चमराड़ा की चौपाल में हर्षिता ने की किसानों के हक की बात और फिर हो गई हत्या!
सत्ता विमर्श ब्यूरो
पानीपत : डेढ़ घंटे पहले चौपाल में 36 बिरादरी के भाईचारे का भाषण दिया, फेसबुक पर भाषण का वीडियो डाला और फिर मारी गई। बड़ी ही अजीब कहानी है इस हरियाणवी गायिका हर्षिता दहिया का। हर्षिता ने चमराड़ा की चौपाल में युवा जागृति युवा किसान जागृति मिशन के कार्यक्रम में युवाओं का आह्वान किया कि 36 बिरादरी के भाईचारे को कायम रखें। हर्षिता ने किसी की दुर्दशा पर कहा कि किसान परेशान हैं। उसे फसलों के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। और इस भाषण की वीडियो उसने फेसबुक पर डाल दी। इसके डेढ़ घंटे बाद ही हर्षिता का कत्ल कर दिया गया। चमराड़ा में कई साल पहले तिहरा (दो सगे भाइयों व एक युवक का) हत्याकांड हुआ था। इस तिहरे हत्याकांड के बाद अब फिर से हर्षिता की हत्या से गांव सुर्खियों में है।
हरियाणवी गायिका हर्षिता दहिया ने फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड कर रखा था। इसमें वह कह रही है कि 'उसके प्रसंशक बढ़ गए हैं। सारे दोस्त उसका सहयोग कर रहे हैं। हरियाणा के कई कलाकर उसे धमकी दे रहे हैं कि फेसबुक से वीडियो डिलीट कर दे। ये वे कलाकर हैं जो दुनिया के सामने कुछ और असल में कुछ और हैं। उसने न ही किसी को निजी तौर पर गाली दी है। जो कलाकर व व्यक्ति उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है वह उसके फोन नंबर भी फेसबुक पर डालेगी और उसका नाम भी बताएगी। उसकी पुलिस को शिकायत भी करेगी। वह वीडियो डिलीट नहीं करेगी। जाटनी मरने से नहीं डरती है। मां ने शेरनी पैदा कर रखी है। मारने वाले धमकी नहीं दिया करते। उसकी निजी तौर पर किसी से दुश्मनी नहीं है। वह धारा 302 लगवा देगी।'
इस पोस्ट से लगता है कि हर्षिता को पहले से ही अंदेशा था कि उसकी जान को खतरा है, लेकिन वह फिर भी खौफजदा नहीं थी। उसे खौफ होता तो वह पुलिस में शिकायत देने जाती या फिर अन्य कलाकारों की तरह निजी सिक्योरिटी गार्ड रखती। यही बेबाक बोल और बेखौफ अंदाज हर्षिता की मौत की वजह बनती दिख रही है। अगर वह सुरक्षा को लेकर चौकस रहती तो शायद उसकी जान बच जाती। हर्षिता जीते जी किसी पर धारा 302 दो नहीं लगवा पाई, लेकिन उसकी हत्या के बाद पुलिस ने यह धारा अज्ञात के खिलाफ जरूर लगा दी है।
गुमड़ के संदीप उर्फ शैंडी पहल ने हर्षिता के साथ फोटो डाला था कि वे 17 अक्टूबर को 36 बिरादरी के भाईचारे के लिए चमराड़ा (इसराना) सुबह 11.00 बजे संपी भारती के साथ आ रहे हैं। संभव है इस पोस्ट से जानकारी लेकर बदमाशों ने मंगलवार को चमराड़ा गांव में रेकी की हो। ग्रामीणों ने बताया कि काले रंग की फोर्ड फिगो कार गांव में घूम रही थी। उन्हें आभास नहीं था कि इस कार में बैठे युवक हर्षिता की हत्या की साजिश रच रहे हैं। कार में सवार बदमाश पहले से ही शायद तैयार थे कि वे पुगथला रोड पर वारदात को अंजाम देंगे। और ऐसा बदमाशों ने कर भी डाला। इस घटना को राजनीतिक हत्या की आशंका के एंगल से भी देखा जा रहा है। क्योंकि युवाओं के बीच हर्षिता काफी लोकप्रिय होती जा रहीं थी और किसानों के हक के लिए वह युवाओं के बीच सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही थीं।
डीएसपी क्राइम देशराज ने बताया कि हर्षिता को फेसबुक पर जिस युवक ने धमकी दी है कि उसकी तस्वीर संदीप, निशा व प्रदीप को दिखाई गई जो घटना के वक्त हर्षिता के साथ थे। तीनों ने बताया कि ये वह युवक नहीं है जिसने हर्षिता की हत्या की है। हर्षिता का मोबाइल फोन बंद था। इस फोन को चालू करके पता लगाया जाएगा कि उसके फोन पर अंतिम कॉल किसने की थी। इसके अलावा वारदात स्थल के आसपास क्षेत्र में मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी खंगाली जाएगी। यह भी पता लगाया जा रहा है कि हर्षिता की हत्या हरियाणा फिल्म इंडस्ट्री के किसी कलाकार या पारिवारिक रंजिश की वजह से तो नहीं हुई है। या फिर उसके बेखौफ बोल की वजह से उसे किसी ने मार डाला हो। हर्षिता के परिजनों से भी हत्या की वजह का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।