JNU में लाल सलाम, DU में लहरा भगवा परचम
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : जेएनयू में एकबार फिर वामपंथी पार्टियों का परचम लहराया है। जेएनयू छात्र संगठन के केंद्रीय पैनल की सभी 4 सीटों पर आईसा और एसएफआई के गठबंधन वाले उम्मीदवार जीते हैं। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के चुनाव में तीन अहम सीटों पर भाजपा नीत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उम्मीदवार जीते हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में वाइस प्रेसिडेंट पद पर अमाल, जनरल सेक्रेटरी पर सतरूपा और ज्वाइंट सेक्रेटरी पर इसी गठबंधन के तबरेज ने बाजी मारी है। छात्रसंघ चुनाव परिणामों ने एक बार फिर इस बात को पुख्ता किया है कि जेएनयू वामपंथी विचारधारा का गढ़ है।
आईसा और एसएफआई ने कैंपस में इस बार एक साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया था। पिछले 9 फरवरी की घटना के बाद जेएनयू में खासा बवाल रहा जिसके चलते अगर ये पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़तीं तो तीसरी पार्टी को फायदा हो जाता। शायद इसीलिए दोनों ने गठबंधन किया और चारों सीटों पर कब्जा जमा लिया।
जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के लिए मोहित के बाद बाप्सा के उम्मीदवार राहुल दूसरे नंबर पर और एबीवीपी की जान्हवी तीसरे नंबर पर रही। एनएसयूआई को बहुत कम वोट मिले और चौथे स्थान पर रही। एनएसयूआई से सन्नी धीमान चुनाव लड़ रहे थे।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव में अध्यक्ष पद पर एवीबीपी के अमित तंवर, उपाध्यक्ष पद पर प्रियंका छाबरी और सचिव पद के लिए अंकित सांगवान विजयी रहे हैं। एनएसयूआई के खाते में आयी संयुक्त सचिव की एकमात्र सीट पर मोहित सांगवान विजयी रहे हैं।