जेएनयू में नकाबपोश बदमाशों ने छात्र संघ अध्यक्ष और शिक्षकों पर किया जानलेवा हमला, कई घायल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में रविवार शाम जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष समेत कई लोगों पर कुछ नकाबपोश बदमाशों ने हमला किया है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो, तस्वीरें व खबरें शेयर की जा रही हैं उनमें दावा किया जा रहा है कि हमला जेएनयू कैंपस के भीतर हुआ है। खबरिया चैनलों के मुताबिक नकाबपोश हमलावरों ने कई हॉस्टलों में घुसकर हमला किया है। कहा यह भी जा रहा है कि वामपंथी छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों के बीच झड़प हुई है। दोनों गुट एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसको लेकर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने इस बवाल को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा है। हमले में जेएनयू के सीएसआरडी की फैकल्टी सुचरिता सेन को सिर में गंभीर चोट लगी है। डेढ़ दर्जन से अधिक छात्रों को एम्स में भर्ती कराया गया है। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष को भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बातचीत की है और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जेएनयू कैंपस में 50 से ज़्यादा नकाबपोश बदमाश घुस आये जिन्होंने डंडे और लाठियां ले रखी थीं। अधिकांश ने अपने चेहरे पर कपड़े बांधे रखे थे। कैंपस में दाख़िल होते ही इन लोगों ने छात्रों पर हमला शुरू कर दिया। इस हमले में कई छात्र जख़्मी हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू के मेन गेट पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिये हैं। पीटीआई ने दिल्ली पुलिस के हवाले से कहा है कि कैंपस में पुलिस ने फ़्लैग मार्च किया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू रजिस्ट्रार से कैंपस की स्थिति पर तुरंत रिपोर्ट मांगी है।
इस बीच न्यूज एजेंसी एएनआई ने हमलावरों का एक वीडियो भी जारी किया है। एजेंसी के मुताबिक जब ये भीड़ एक हॉस्टल में घुसी तो छात्राओं को कहते सुना गया कि 'ये क्या हो रहा है? आप कौन लोग हैं? हॉस्टल से बाहर जाएं? क्या तुम हमें धमकाने आये हो।' इस वीडियो में छात्रों को नारे लगाते सुना जा सकता है: 'एबीवीपी गो बैक'। जेएनयू के छात्रों का कहना है कि इन हमलावरों ने कैंपस में खड़ी कारें भी तोड़ी हैं। जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष ऐशी घोष का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है जिसमें उन्हें कहते सुना जा सकता है, 'मेरे ऊपर बर्बर तरीक़े से हमला हुआ है। हमलावर नकाबपोश थे। देखिए कैसे मेरे सिर से खून निकल रहा है। मुझे बुरी तरह से मारा गया है।'
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे ने फ़ेसुबक पर अपनी पोस्ट में इस हमले का इल्ज़ाम भारतीय जनता पार्टी की छात्र ईकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर लगाया है। जेएनयू छात्र संघ ने भी कहा है कि इस हमले के पीछे एबीवीपी के गुंडों का हाथ है। उनका दावा है कि एबीवीपी जेएनयू ने ना सिर्फ़ छात्रों, बल्कि प्रोफ़ेसरों पर भी हमला किया है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ये दावा किया है कि इस हमले के पीछे वाम विचारधारा वाले संगठनों (SFI, AISA और DSF) का हाथ है। एबीवीपी ने दावा किया है कि उनके संगठन के क़रीब 25 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और 11 छात्रों को मामूली चोटें आई हैं। सोशल मीडिया पर जेएनयू के छात्रों ने जो तस्वीरें शेयर की हैं उन्हें देखकर हॉस्टलों में हुई तोड़फोड़ का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।