SSC घोटाले पर राजनीति शुरू, दिल्ली के सीएम ने रखी CBI जांच की मांग
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: कई दिनों से कर्मचारी चयन आयोग (SSC) परिक्षाओं को लेकर हो रहे गोरखधंधे पर प्रदर्शनरत छात्रों को अनसुना कर रहे राजनीतिक पार्टियों की नींद आखिरकार टूट गई है। जहां शनिवार को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इनकी सुध ली वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
हजारों परिक्षार्थी यह आंदोलन दिल्ली सहित देश के दूसरे राज्यों में कर रहें हैं। दिल्ली में छात्र 27 फरवरी से लोधी रोड में सीजीओ कांप्लेक्स में कर्मचारी चयन आयोग के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र 17-21 फरवरी को हुई संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा में कथित पेपर लीक की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। मामले को बढ़ता देख एसएससी ने डैमेज कंट्रोल करते हुए गुरुवार को छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया और भरोसा दिलाया कि उनके आरोपों की गहन जांच होगी और आरोप सही साबित पाए गए तो उचित कार्रवाई होगी। हालांकि, इस आश्वासन से प्रदर्शनकारी छात्र संतुष्ट नहीं दिख रहे।
इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है। जहां गुरुवार को स्वराज इंडिया अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने छात्रों का हौसला बढ़ाया वहीं शनिवार को दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी आंदोलन स्थल पर पहुंचे और अभ्यर्थियों की बात सुनी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छात्रों के हक में आवाज उठाई है। उन्होंने ट्विट कर सरकार से सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
हज़ारों छात्र SSC exam scam की CBI enquiry की माँग कर रहे है। ये मुद्दा हज़ारों छात्रों के भविष्य से जुड़ा है। केंद्र सरकार को छात्रों की माँग तुरंत मान कर CBI enquiry करानी चाहिए।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 2, 2018
ये है मामला
दरअसल, एसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल 2017 के टियर 2 की परीक्षा के प्रश्न पत्र और जवाब की सोशल मीडिया पर लीक कर दिया गया था। 17 से 21 फरवरी तक एसएससी टियर टू की परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें पूरे देश में लगभग दो लाख युवा शामिल हुए थे। इस परीक्षा को देने के लिए वहीं उम्मीदवार शामिल हुए थे जिन्होंने अगस्त 2017 में टियर 1 की परीक्षा दी थी। इसी के साथ टियर 2 की परीक्षा नवंबर में होनी थी, लेकिन इसकी तारीख दिसंबर तक बढ़ाई गई जिसके बाद इसे फिर रद्द कर दिया गया और नई तारिख जनवरी की तय की गई। लगातार तारीख में बदलाव होने के बाद भी फिर से परीक्षा की तारीख में बदलाव हुआ जिसके बाद 17 से 21 फरवरी 2018 को आखिरकार सीजीएल की टियर 2 का एग्जाम करवाया गया।
परिक्षार्थियों का आरोप है कि ऑनलाइन होने वाली इस परीक्षा में न छात्र और न परीक्षक तक को कलम या मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति थी। इसके बावजूद सोशल मीडिया पर परीक्षा के दौरान ही प्रश्न पत्र का स्क्रीन शॉट वायरल हो गया था। एक परीक्षार्थी ने कहा कि 21 फरवरी को गणित की परीक्षा थी। 15 मिनट बाद सूचना मिली कि परीक्षा रोक दी गई। चर्चा थी कि सोशल मीडिया में पेपर आउट हो चुके थे।