ट्राई को मूक दर्शक बनते नहीं देख पाया एयरटेल, फैसले को दी चुनौती
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: जिओ को आशा से ज्यादा छूट अब टेलीकॉम कम्पनियों को बर्दाश्त नहीं हो रही है। मुकेश अंबानी के पोलिटिकल कनेक्शन से सब वाकिफ हैं और कम्पनियों को लग रहा है कि ट्राई भी उन्हें जरूरत से ज्यादा महत्व दे रहा है। अब रिलायंस जियो को भारती एयरटेल ने निर्धारित 3 महीने के बाद भी मुफ्त पेशकश को जारी रखने की अनुमति को चुनौती दी है। कंपनी ने ट्राई के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को याचिका दायर की। कंपनी ने आरोप लगाया कि नियामक उल्लंघन को लेकर ‘मूक दर्शक’ बना हुआ है।
नेटवर्क पर पड़ रहा है असर
दूरसंचार विवाद निपटान एवं अपीलीय न्यायाधिकरण (टीडीसैट) के समक्ष 25 पृष्ठ की अपनी याचिका में एयरटेल ने ट्राई को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया कि जियो 31 दिसंबर के बाद मुफ्त वॉयस और डाटा योजना उपलब्ध नहीं करा सके। कंपनी ने आरोप लगाया है कि ट्राई के शुल्क आदेश का मार्च 2016 से लगातार उल्लंघन हो रहा है और इससे उसे नुकसान हो रहा है तथा उसके नैटवर्क पर असर पड़ रहा है क्योंकि जियो के मुफ्त कॉल के कारण कॉल की संख्या काफी बढ़ गई है।
6 जनवरी को सुनवाई
याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी। जियो के वकील मौजूद थे। ट्राई ने कहा कि उसे निर्णय के लिए 10 दिन का समय चाहिए। टीडीसैट ने ट्राई को अगली सुनवाई के दिन इस बारे में अपना निर्णय लेकर आने को कहा। मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी 2017 को होगी।