दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020 : जानिए! आपके क्षेत्र से कौन जीता और कौन हारा
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020 के तहत चुनाव आयोग ने सभी 70 सीटों के नतीजे जारी कर दिए हैं। देखा जाए तो आम आदमी पार्टी तीन तिहाई से भी अधिक 62 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर एक बार फिर से दिल्ली राज्य की सत्ता पर काबिज हुई है।
जानिए! क्या है आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार केस की पूरी कहानी
विदेशी निवेश की आड़ में एफआईपीबी में चल रहे खेल का खुलासा 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच के दौरान 2006 के एयरसेल-मैक्सिस समझौते की जांच से होनी शुरू हुई। इस डील में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) टीम का ध्यान मैक्सिस से जुड़ी कंपनियों से तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से जुड़ी कंपनियों में पैसे आने पर गया। जब ईडी मामले की तह तक पहुंची तो इस केस में घूसखोरी की परतें एक के बाद एक खुलती चली गईं।
जम्मू-कश्मीर से लद्दाख अलग, अब कैसा होगा राज्य का स्वरूप?
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के एक खंड को छोड़कर बाकी सभी खंडों को पूर्ण रूप से खत्म कर दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अधिसूचना पर दस्तखत कर दिया है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हो गया है। राष्ट्रपति द्वारा अधिसूचना पर दस्तखत करने के साथ ही अब जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार के सारे कानून लागू हो गए हैं।
क्या था जम्मू कश्मीर से संबंधित भारतीय संविधान की धारा 370 और 35ए? जो अब खत्म हो गया है
भारतीय संविधान की धारा 370 क्या है और इसे संविधान से हटाने के क्या मायने हैं? धारा 370 के प्रावधानों के अनुसार, संसद को जम्मू-कश्मीर के बारे में रक्षा, विदेश मामले और संचार के विषय में कानून बनाने का अधिकार है लेकिन किसी अन्य विषय से सम्बन्धित कानून को लागू करवाने के लिए केन्द्र को राज्य सरकार का अनुमोदन चाहिए।
लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 : जानिए! कौन जीता, कौन हारा
जनादेश 2019 भाजपा के लिए 2014 से भी बड़ी व ऐतिहासिक जीत है और कांग्रेस की बड़ी हार। इस तरह 35 साल में भाजपा लगातार दूसरी बार अपने दम पर स्पष्ट बहुमत से कहीं ज्यादा संख्याबल के साथ सरकार बनाने वाली पार्टी बनी है।
हर दिल अजीज मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर
मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर की जिंदगी 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में एक मध्यमवर्गीय परिवार से शुरू हुई थी। सामान्य परिवेश से निकलर उन्होंने आईआईटी मुंबई से शिक्षित होने से लेकर गोवा के मुख्यमंत्री, रक्षा मंत्री और फिर गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर 17 मार्च 2019 को आखिरी सांस ली। लोग कहते हैं कि हरदिल अजीज पर्रिकर की जिंदगी एक आम आदमी के पोस्टर ब्वॉय बनने की जबरदस्त मिसाल है।
यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम एक खतरनाक संकेत
आने वाले वक्त में देश में बेरोजगारी का संकट बढ़ने वाला है। नौकरियां और कम होने जा रही है। इस हालात से निपटने के लिए अभी से राजनीतिक दलों के नेता बेरोजगार युवाओं की बढ़ती फौज को संभालने के लिए न्यूनतम मासिक आमदनी (यूबीआई) के रूप में लॉलीपॉप थमा रही है।
जानिए! क्या है जेनेवा संधि और क्या होता है युद्धबंदियों के साथ
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1949 में 194 देशों ने मिलकर युद्ध से संबंधित एक संधि तैयार की थी जिसे जेनेवा संधि कहा जाता है। इसके तहत कोई भी देश दुश्मन देशों के युद्धबंदियों को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। भारत और पाकिस्तान ने भी इस संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। युद्धबंदियों के अधिकारों को बरकरार रखने के जेनेवा संधि में कई नियम दिए गए हैं।
आपने तो काशी की आत्मा ही मार दी साहेब!
कहते हैं काशी की गलियों में ही उसकी आत्मा बसती हैं लेकिन साहेब का फरमान है कि इन गलियों को खत्म कर इसे क्योतो बना दो। साहेब ठहरे गुजरात के। इन्हें क्या पता काशी यानी बनारस का रस इन्हीं गलियों में है। साहेब के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर की योजना दरअसल मंदिर के प्रांगण का विस्तारीकरण है। इस विस्तारीकरण के तहत एक कॉरिडोर का निर्माण होना है जिससे काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा के घाट एक-दूसरे के सीधे संपर्क में आ जाएंगे।
मोदी के कट्टर आलोचक रहे गोरधन झड़ाफिया आखिर क्यों बने यूपी में भाजपा के चुनाव प्रभारी?
गोरधन झड़ाफिया को लेकर सियासी गलियारों में सवाल तैरने लगे हैं कि आखिर एक वक्त में नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक रहे गुजराती नेता को यूपी का लोकसभा चुनाव प्रभारी क्यों बनाया गया है? क्या हिन्दुत्व की हवा को गोरधन मोदी, शाह और योगी के मुकाबला ज्यादा कारगर तरीके से फैला सकते हैं?