गौरी लंकेश की हत्या पर रहमान भी दुखी, बोले- यह मेरा भारत नहीं
सत्ता विमर्श ब्यूरो
चेन्नई : देशप्रेम से भरपूर 'मां तुझे सलाम' और 'वंदेमातरम' जैसी संगीत की रचना करने वाले संगीतकार ए.आर. रहमान का कहना है कि यदि पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या जैसी घटनाएं होती रहेंगी तो यह उनका भारत नहीं है। रहमान ने गुरुवार को मुंबई में अपनी आगामी फिल्म 'वन हार्ट : द एआर रहमान कंसर्ट फिल्म' के प्रीमियर के मौके पर यह बात कही।
बेंगलुरू में गौरी लंकेश की हत्या के बारे में पूछने पर रहमान ने कहा, मैं यह सुनकर बहुत दुखी हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि भारत में ऐसी बातें नहीं होंगी। अगर भारत में ऐसा होता है तो फिर यह मेरा भारत नहीं है। मैं चाहता हूं कि मेरा भारत प्रगतिशील और विनम्र बने।
इससे पहले फिल्म अभिनेता कमल हासन ने भी गुरुवार को गौरी लंकेश की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि बंदूक की गोली से किसी को चुप करा देना बहस का कोई हल नहीं है। कमल ने ट्विटर पर लिखा, बंदूक से मुंह बंद कर बहस में जीतना सबसे बुरी जीत है। गौरी के निधन से दुखी सभी लोगों के साथ मेरी संवेदना।
कमल हासन ने पिछले सप्ताह ट्विटर के माध्यम से एक राजनीतिक दल बनाने का संकेत दिया था लेकिन यह भी स्पष्ट किया था कि वह दक्षिणपंथी 'भगवा' के साथ सहयोग नहीं करेंगे। मंगलवार की रात गौरी लंकेश के बेंगलुरु स्थित घर पर अज्ञात हमलावरों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई।
शबाना आजमी, जावेद अख्तर और शेखर कपूर जैसी बॉलीवुड की हस्तियों ने जोरदार तरीके से इस हमले की निंदा की है। इस हत्या की देश में व्यापक रूप से आलोचना की जा रही है। हालांकि, ट्विटर पर दक्षिणपंथी राजनीति के कुछ समर्थकों ने कन्नड़ पत्रकार की हत्या का एक तरह से समर्थन करते हुए इसे सही करार दिया। उनका कहना है कि वह इसी लायक थीं। गौरी धर्मनिरपेक्षता व प्रगतिशील मूल्यों में विश्वास रखती थीं और दक्षिणपंथी विचार व राजनीति की आलोचक थीं।