मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने रॉबर्ट वाड्रा से की लंबी पूछताछ, प्रियंका गांधी ने कहा- मैं पति के साथ हूं
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने बुधवार को करीब 6 घंटे तक पूछताछ की। प्रवर्तन निदेशालय उनसे दोबारा पूछताछ के लिए समन जारी कर सकता है। अपने पति से ईडी की पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका ने कहा कि वह अपने पति और परिवार के साथ खड़ी हैं।
पूछताछ के बाद वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने कहा कि उनके मुवक्किल ने सभी सवालों के जवाब दिए और अगर दोबारा बुलाया गया तो फिर पेश होंगे। खेतान ने कहा कि उनके मुवक्कील निर्दोष हैं और उन्हें राजनीतिक कारणों से परेशान किया जा रहा है। खेतान ने तो यहां तक दावा किया कि वाड्रा को कोई समन नहीं मिला था और उन्होंने खुद ईडी से कहा था कि वह पूछताछ के लिए तारीख तय करे। जब समन जारी किया गया, उस वक्त वह अपनी बेटी की सर्जरी के लिए अमेरिका में थे।
वाड्रा से पूछताछ करने वाली टीम में ईडी के संयुक्त निदेशक, डेप्युटी डायरेक्टर और पांच अन्य अधिकारी शामिल थे। शनिवार को दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा की अग्रिम जमानत याचिका पर मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी पर 16 फरवरी तक के लिए रोक लगा दी थी। अदालत ने वाड्रा को जांच में सहयोग करने का निर्देश देते हुए ईडी को उनसे 6 फरवरी को पूछताछ की इजाजत दी थी। यह पहला मौका है जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा वाड्रा संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में किसी जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए हैं।
इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा सफेद टोयोटा लैंड क्रूजर में उनके साथ थीं और उनके पीछे एसपीजी के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां थीं। उन्होंने वाड्रा को मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित एजेंसी के दफ्तर के सामने छोड़ा और वहां से अपनी गाड़ियों के काफिले के साथ सीधे अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंची जहां उन्होंने कांग्रेस महासचिव का कार्यभार संभाला। इस दौरान अपने पति से ईडी की पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका ने कहा कि वह अपने पति और परिवार के साथ खड़ी हैं।
क्या है पूरा मामला?
मनी लॉन्ड्रिंग का यह केस लंदन स्थित एक प्रॉपर्टी की खरीदारी से जुड़ा है। वाड्रा के करीबी सहयोगी कहे जाने वाले सुनील अरोड़ा के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। इस मामले में अरोड़ा को कोर्ट से 16 फरवरी तक के लिए गिरफ्तारी से अंतरिम राहत मिल चुकी है। यह मामला लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वेयर स्थित 19 लाख पाउंड (करीब 17 करोड़ रुपये) की एक प्रॉपर्टी की खरीदारी में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है। ईडी का दावा है कि इस संपत्ति के असल मालिक रॉबर्ट वाड्रा हैं। कोर्ट में ईडी ने यह भी दावा किया है कि वाड्रा और उनके सहयोगियों को 2009 में हुई पेट्रोलियम डील में भी पैसे मिले थे। ईडी ने कोर्ट में कहा है कि लंदन स्थित फ्लैट को भगोड़े डिफेंस डीलर संजय भंडारी ने 16 करोड़ 80 लाख रुपये में खरीदा था। ईडी के मुताबिक मरम्मत के लिए इस पर 65,900 पाउंड का अतिरिक्त खर्चा होने के बावजूद भंडारी ने 2010 में इसी कीमत पर इसकी बिक्री वाड्रा के नियंत्रण वाली फर्म को कर दी। भंडारी के खिलाफ ऑफिशल सीक्रेट ऐक्ट के तहत 2016 में मुकदमा दर्ज किया था।