भारतीय मुस्लिमों की देशभक्ति पर मोदी को गर्व
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : अपनी कट्टर हिन्दूवादी छवि के लिए पूरी दुनिया में मशहूर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत के मुसलमानों की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है। यहां का मुसलमान देश के लिए अपनी जान भी दे सकता है। वह अलकायदा के बहकावे में नहीं आएगा। मोदी ने यह साक्षात्कार अमेरिकी टीवी न्यूज चैनल सीएनएन को दिया है। सीएनएन के फरीद जकारिया द्वारा लिए गए मोदी के इस इंटरन्यू को चैनल 20 सितंबर को प्रसारित करेगा। अमेरिका यात्रा से ठीक पहले मोदी ने यह इंटरव्यू देकर एक तरह से अमेरिका की नजर में अपनी कट्टर छवि को उदार बनाने की कोशिश की है।
दरअसल, नरेंद्र मोदी से अलकायदा के उस वीडियो के बारे में सवाल किया गया था, जिसमें इस आतंकवादी संगठन के प्रमुख ने भारत और दक्षिण एशिया में अलकायदा के विस्तार की अपील की है। इसमें उसने कहा है कि वो कश्मीर के मुसलमानों को अत्याचार से मुक्ति दिलवाना चाहता है। यही बात उसने गुजरात के मुसलमानों के लिए भी कही है। इस पर नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि वो भारतीय मुसलमनों के साथ अन्याय कर रहा है। यदि किसी को भी ऐसा लगता है कि भारतीय मुसलमान ऐसी बातों पर ध्यान देता तो यह उनका भ्रम है। भारत के मुसलमान देश के लिए अपनी जान भी दे सकते हैं। वे कभी भी देश के बारे में बुरा नहीं सोचेंगे।
नरेन्द्र मोदी ने इस साक्षात्कार में अपनी आगामी अमेरिका यात्रा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की। साथ ही भारत और अमेरिका के रिश्तों पर भी जोर दिया। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि बीते समय में दोनों देशों के रिश्तों में बहुत उतार-चढ़ाव आए हैं मगर भारत और अमेरिका वास्तविक सामरिक साझेदारी विकसित कर सकते हैं।
यह पूछने पर कि क्या वह मानते हैं कि अमेरिका भारत के साथ सही मायने में रणनीतिक गठजोड़ का इच्छुक है, प्रधानमंत्री ने इसका सकारात्मक उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका में कई समानताएं हैं। अमेरिका ने विश्व भर के लोगों को अपनाया है तथा विश्व के हर कोने में एक भारतीय मौजूद है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका इतिहास और संस्कृति से जुड़े हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका संबंधों को सिर्फ वाशिंगटन और नई दिल्ली तक सीमित करके नहीं देखा जाना चाहिए।