2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार मुश्किल : चिदंबरम
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुंबई : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम का मानना है कि वर्ष 2014 के आम चुनाव के बाद देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं बनने वाली है। चिदंबरम ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की 20 वींवर्षगांठ के अवसर पर आयोजित परिचर्चा के दौरान कहा कि यदि ऎसा नहीं होता है तो यह कमजोरी से उबरने के लिए टर्निग प्वाइंट साबित होगा।
उन्होंने कहा कि आम चुनाव तक प्रतीक्षा करना चाहिए। मैं इसके प्रति आशान्वित नहीं हूं कि चुनावों के बाद संसद में पूर्ण बहुमत वाली सरकार होगी। मई 2014 में आम चुनाव होने हैं। केन्द्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अगुवाई कर रही कांग्रेस पार्टी को हाल ही में संपन्न दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है।
वित्त मंत्री ने कि कार्यपालिका संस्थाओं पर हावी होकर उसे प्रभावित कर रही है। संसद लगभग ठप्प जैसी हो गई है। यह सबसे बड़ी भूल है कि हमारी सभी समस्याओं का समाधान न्यायपालिका है। उन्होंने कहा कि सरकार के तीनों अंगो को एक होना पड़ेगा जो पूर्व शर्त है। हम भारतीय इतिहास के सबसे कमजोर दौर से गुजर रहे हैं और इससे बाहर निकलना होगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि संसद का काम कानून बनाना है और न्यायपालिका को यह समझना चाहिए। ऎसा कोई भी न्यायिक मानक नहीं है जिसके आधार पर न्यायाधीय किसी मुद्दे का मूल्यांकन करे और उस पर निर्णय दें। न्यायाधीश सिर्फ उसी मामले में निर्णय दे सकते हैं जो न्यायिक मानको के दायरे में है।