GST काफी अहम, महत्वपूर्ण आर्थिक फैसले होते रहेंगे : PM मोदी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
भावनगर/वडोदरा: गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के दाहेज में अपनी सरकार के आर्थिक नीतियों को यथावत रखने के संकल्प के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सरकार देशहित में अहम आर्थिक सुधार के लिए फैसले लेती रहेगी। प्रधानमंत्री का ये बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि विपक्ष लगातार GST को लेकर उन पर प्रहार कर रहा है वहीं गुजरात के सूरत में भी व्यापारी वर्ग महीनों से अपना रोष सड़कों पर दिखाता रहा है।
अपने एक दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे प्रधानमंत्री ने व्यापारियों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर वो जीएसटी में नामांकित करा लेते हैं तो उनके पुराने रिकॉर्डस पर इनकम टैक्स की मार नहीं पड़ेगी। जीएसटी से देश को नया बिजनेस कल्चर मिला। एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा- काफी कड़े और अहम फैसले लेने के लम्बे समय बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है और यह सही दिशा में जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि इनडायरेक्ट टैक्स के लिए अब तक 27 लाख लोगों ने खुद को रजिस्टर करा भी दिया है। पीएम ने कहा- कोई भी व्यापारी टैक्स चुराना नहीं चाहता... लेकिन टैक्स नियम, कुछ राजनीतिज्ञ, कर अधिकारी, सिस्टम उन्हें इसके लिए मजबूर करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी ने दो राज्यों के बीच के चेक पोस्ट पर भ्रष्टाचार पर भी नकेल लगा दी है।
उन्होंने लोगों को बताया कि विदेशी भंडार पहले जहां 30,000 करोड़ डॉलर था वहीं अब ये बढ़ कर 40,000 करोड़ डॉलर पहुंच गया है। मोदी ने कहा- हमने अहम फैसले लिए हैं और आगे भी लेते रहेंगे। देश के आर्थिक सुधार के साथ ही वित्तीय संतुलन बनाए रखने को लेकर भी सजग हैं। हम देश में निवेश बढ़ाने और आर्थिक विकास के लिए हर जरूरी कदम उठा रहें हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में केन्द्र पर जीडीपी के गिरते स्तर को लेकर सवाल उठाये थे।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों के ढुलमुल रवैए का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा- "मैं जब मुख्यमंत्री बना और खोज खबर ली और चर्चा की तो पता चला यह प्रोजेक्ट दशकों से किसी कोने में पड़ा था। मैंने देखा कि इतनी स्ट्रक्चरल गलतियां की गई थीं। जो फेरी चलाने वाले थे, उन्हीं से टर्मिनल बनाने का कहा जा रहा था। रो-रो सर्विस ने उनसे कह दिया- आपको करना हो तो करो। हमने पुरानी सरकार की नीतियां बदल दीं। हमनें तय किया कि टर्मिनल सरकार बनाएगी। फेरियां चलाने का काम प्राइवेट कंपनियां करेंगी। हमने तय किया कि इससे प्राइवेट कंपनियों को होने वाले लाभ में सरकार की भी हिस्सेदारी रहेगी। नतीजतन आज रो रो सर्विस शुरू हो रही है।"
मोदी ने इस दौरान पुरानी सरकारों की ज्यादतियों का बखान कुछ यूं किया- "मैं मुख्यमंत्री था तो भारत सरकार में कुछ लोग ऐसे बैठे थे जिन्होंने पूरे गुजरात पर विकास का प्रतिबंध लगा दिया था। मैं जानता हूं कि मैंने कितनी कठिनाइयों से गुजरात को आगे बढ़ाने का काम किया। यह प्रोजेक्ट काफी मुश्किल भरा था। वरुण देव हमारी परीक्षा लेते रहे। लेकिन इतिहास गवाह है कि जब जब सेतु बनाने में बाधा आई समुद्र मंथन से ही अमृत निकला।"
उन्होंने पॉलिसी लैप्स के लिए भी पहले की सरकारों को जमकर लताड़ लगाई। कहा- हमारे देश में ट्रांसपोर्ट पॉलिसीज नीतियों में जो असंतुलन था, उसे दूर किया जा रहा है। यह असंतुलन कितना ज्यादा था, आप इससे ही समझ सकते हैं कि हमारे यहां सिर्फ 5 वाटरवे थे। अब हमारी सरकार ने 106 वाटरवे का गठन किया है। इन पर तेजी से काम चल रहा है। इनकी कुल लंबाई 17000 किलोमीटर से ज्यादा है। यह देश के ट्रांसपोर्ट असंतुलन को दूर करने में बहुत मददगार होगी।
अपनी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि कई बड़े विशेषज्ञ भी मानने लगे हैं कि अर्थव्यवस्था का मूलभूत ढांचा दुरुस्त हो रहा है। शायद इसके जरिए मोदी अपने उन पार्टी के भीतर और बाहर के आलोचकों को जवाब देना चाह रहे थे जो इन दिनों लगातार सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमला बोल रहें हैं।
पीएम मोदी ने भावनगर जिले में घोघा और भरूच में दाहेज के बीच 615 करोड़ रुपये की 'रोल ऑन, रोल ऑफ (रो-रो)' नौका सेवा के पहले चरण का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने यहां कहा कि नए संकल्प के साथ नए भारत, नए गुजरात की दिशा में अनमोल उपहार घोघा की धरती से पूरे हिन्दुस्तान को मिल रहा है. यह भारत ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है।
उन्होंने कहा- सरकार की कार्य संस्कृति में बदलाव आम जनता के लिए बड़ी राहत की बात है। इस वक्त बड़ी रफ्तार से सड़क और रेल मार्ग बनाए जा रहे है। पीएम ने कहा कि हम लोगों को ईमानदारी का माहौल देने का काम कर रहे है। नोटबंदी ने कालेधन को तिजोरी से बैंकों तक पहुंचाया है।
वडोदरा में बोले- विपक्ष को होती है पेट में दर्द
वडोदरा में पीएम मोदी ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि दिवाली पर वो वडोदरा आए हैं इसे लेकर विरोधियों को पेट में दर्द हो रहा है। पीएम ने कहा कि विरोध करने वाले उन्हें कुछ कह नहीं सकते इसलिए चुनाव आयोग पर दबाव बना रहे हैं। पीएम मोदी ने विरोधियों को नसीहत देते हुए यह भी कहा कि उन्हें चुनाव आयोग पर अंगुली उठाने का कोई हक नहीं है।
गौरतलब है कि विपक्ष लगातार EC द्वारा गुजरात विधानसभा चुनावों की तारिखों के ऐलान ना किए जाने से नाराज है और इसके लिए केन्द्र को दोषी ठहरा रहा है। इधर, प्रधानमंत्री का पिछले एक महीने में ये पांचवा गुजरात दौरा है, जो पार्टी की चुनावों को लेकर गंभीरता को दर्शाता है।