नाना के बचाव में उतरे उदित राज, 'मी टू' अभियान पर उठाया सवाल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : भाजपा सांसद उदित राज ने देश में 'मी टू' अभियान को गलत चलन की शुरुआत बताते हुए नाना पाटेकर का जोरदार बचाव किया और एक दशक बाद सामने आकर आरोप लगाने के लिए अभिनेत्री तनुश्री दत्ता पर सवाल उठाया।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली से सांसद उदित राज ने ट्वीट कर कहा, मी टू अभियान जरूरी है लेकिन 10 साल बाद किसी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने का क्या मतलब है? इतने साल बाद घटना के तथ्यों की जांच करना कैसे संभव हो सकता है? उन्होंने कहा, जिस पर आरोप लगाए गए हैं, इसे उस व्यक्ति की छवि खराब करने के रूप में भी देखा जाना चाहिए। यह एक गलत चलन की शुरुआत है।
उदित राज ने कहा कि यह कहना सही नहीं होगा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, सभी के आरोप बिल्कुल सही हैं और झूठ नहीं हो सकते। महिलाओं का शोषण हो सकता है, कास्टिंग काउच भी है, लेकिन यह कहना सही नहीं होगा कि जो भी उत्पीड़न का शिकार होने का दावा कर रही हैं वे सभी आरोप लगाने वाली देवियां बिल्कुल सही हैं और वे झूठ नहीं बोल सकतीं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई हनीट्रैप के मामले लोगों के सामने हैं।
उन्होंने कहा, मैंने धारा 376 (दुष्कर्म) के तहत कई ऐसे मामले देखे हैं, जहां महिलाओं ने पुरुषों से पैसे वसूले हैं। मैंने ऐसे भी कई मामले देखे हैं, जहां महिलाएं लिव इन संबंधों में रहती हैं और बाद में साथी पर दुष्कर्म का आरोप लगाती हैं और कई (आरोपी) पुरुष अभी भी जेल में सड़ रहे हैं। बॉलीवुड में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और 'मी टू' अभियान के परिप्रेक्ष्य में तनुश्री ने सितंबर माह में एक साक्षात्कार दिया था, जिसमें उन्होंने 2008 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर नाना पाटेकर द्वारा उनके साथ कथित उत्पीड़न का अनुभव साझा किया था जिसके बाद भाजपा सांसद की यह टिप्पणी आई है।