भविष्य में वीवीपैट के साथ होंगे चुनाव, पार्टियां EVM हैक करके दिखाएं : EC
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : पांच राज्यों के चुनाव संपन्न होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर देश की विभिन्न पार्टियों द्वारा उठाए गए सवालों के बीच शुक्रवार को कहा कि भविष्य में होने वाले सभी चुनावों में वोटर-वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।
सर्वदलीय बैठक के बाद दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा, आयोग ने राजनीतिक दलों के समक्ष कहा है कि भविष्य में जितने भी चुनाव होंगे, उनमें वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा। जहां तक ईवीएम टेंपरिंग की बात है तो सभी दल 13 मई को आएं और ईवीएम मशीनों को हैक करके दिखाएं। इसके लिए 7 राष्ट्रीय पार्टियों और राज्यों के 48 अन्य दलों को न्योता दिया गया है।
मालूम हो कि देश की 16 राजनीतिक पार्टियों ने मांग की है कि आगामी चुनाव बैलेट पेपर के जरिए कराए जाएं। ऐसे में चुनाव आयोग ने सभी दलों को अपने आरोपों को साबित करने के लिए बुलाया है। दिल्ली के कंस्टिट्यूशन क्लब में चुनाव आयोग की तमाम दलों से हुई बैठक के दौरान ईवीएम मशीन की विश्वसनीयता पर चर्चा की गई। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधान सभा में डमी ईवीएम मशीन को हैक करके दिखाया था, लेकिन चुनाव आयोग ने इस हैकिंग को सिरे से यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि जो ईवीएम मशीन हैक की गई थी वह डमी थी और वह चुनाव आयोग की मशीन नहीं थी।
चुनाव आयोग ने तमाम दलों को ईवीएम मशीन को हैक करने के लिए जो न्योता दिया है उसके लिए खास दो मशीनों को इन दलों को दिया जाएगा, जिसमें एक मशीन में पहले से ही डेटा होगा जबकि दूसरी मशीन में किसी भी तरह का कोई डाटा नहीं होगा। आज हुई बैठक में आयोग ने इस मशीन को सभी दलों को दिखाया है। ऐसे में आयोग की खुली चुनौती के बाद सभी दलों के सामने यह बड़ा चैलेंज होगा कि वह इस मशीन को हैक करके दिखाएं। चुनाव आयोग ने जो बड़ी शर्त रखी है वह यह है कि इन मशीनों को बिना खोले हैक करना है।