सोनिया के विदेशी मूल को लेकर राहुल की दावेदारी पर सवाल उठाने वाले बसपा नेता को मायावती ने किया बर्खास्त
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक जय पी सिंह ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर संवेनशील बयान दिया। जिसके बाद राजनीतिक घमासान छिड़ना लाजिमी था। लेकिन मामला बिगड़ता इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने सिंह को पार्टी से बाहर कर दिया। साथ ही बाकी कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिदायत दी कि आधिकारिक बयान देने की जिममेदारी खुद उनकी है और कोई भी ऐसा करने की जुर्रत ना करे। मामले की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि बसपा सुप्रीमो को खुद मीडिया के सामने आकर सफाई देनी पड़ी और जयप्रकाश सिंह को हटाने का एलान करना पड़ा।
दरअसल, सोमवार को जय पी सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं क्योंकि उनकी मां सोनिया गांधी विदेशी मूल की हैं। उन्होंने कहा- अगर राहुल गांधी राजीव गांधी पर चला जाता तो एक बार को राजनीति में सफल हो जाता, लेकिन वो अपनी मां पर चला गया। वो विदेशी है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि वो भारतीय राजनीति में कभी सफल नहीं हो सकता।
इसके साथ ही सिंह ने बहन मायावती की दावेदारी में कसीदे भी पढ़े। उन्होंने कहा- कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार बनवाने में मायावती ने बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान वो बड़ी राजनेता बनकर उभरी हैं। बसपा नेता ने कहा कि मायावती सिर्फ दलितों की नेता नहीं बल्कि सर्वसमाज की नेता बन चुकी हैं। इसलिए वक्त आ गया है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद उन्हें प्रधानमंत्री बनाया जाय। मायावती जमीन से जुड़ी नेता हैं और उत्तर प्रदेश जैसे देश के सबसे बड़े राज्य की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
मायावती ने इसी बयान को गंभीरता से लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बयान से उनकी पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। बहनजी ने कहा- जय पी सिंह ने बसपा की विचारधारा से अलग, विरोधी पार्टी के नेता पर व्यक्तिगत टिप्पणी की। ये उनकी निजी राय है। सो उनको तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही मायावती ने बसपा नेताओं को धमकी भरे अंदाज में नसीहत दी। कहा- उत्तर प्रदेश या किसी भी अन्य राज्य में अभी गठबंधन को लेकर कुछ स्पष्ठ नहीं है। बात चीत चल रही है। इसलिए मेरी बसपा के सदस्यों से अपील है कि वो किसी भी स्तर पर किसी दूसरी पार्टी को लेकर कोई बयान ना दें और ये जिम्मेदारी हाई कमान पर छोड़ दें।
गौरतलब है कि, सिंह के अलावा इस सम्मेलन में विभिन्न पार्टी नेताओं ने मायावती को पीएम उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की पुरजोर वकालत की। ज्यादातर ने कहा कि यह मौजूदा वक्त की मांग है कि मायावती देश की प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने कहा कि मायावती ही दबंग नेता हैं जो नरेंद्र मोदी और अमित शाह के मंसूबों पर पानी फेर सकती हैं।
बता दें कि बसपा नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस उसके साथ चुनाव पूर्व गठबंधन पर विचार कर रही है। कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस देश में कोई भी पीएम बनने का सपना देख सकता है।