ब्रिटेन में जीते भारतवंशी, बर्खास्तगी हुई खत्म
लंदन : ब्रिटेन में नौकरी के लिए रिश्वत लेने के आरोप में बर्खास्त किए गए भारतीय मूल के तीन कर्मियों ने अनुचित बर्खास्तगी का अपना दावा जीत लिया है। वे तीनों मांसाहार फैक्टरी में काम करते थे। बर्मिघम मेल की शुक्रवार की रपट के मुताबिक, 2 सिस्ट्र्स फूड ग्रुप लिमिटेड में काम करने वाले बलजीत जोहल, मुकेश कुमार और बलविंदर जाखू ने बर्मिघम रोजगार ट्रिब्यूनल में अपनी अनुचित बर्खास्तगी का दावा जीत लिया। तीनों को अस्पष्ट आरोपों के बाद कंपनी से निकाल दिया गया था। वे हमेशा ही आरोपों को खारिज करते रहे।
ट्रिब्यूनल को बताया गया कि वेस्ट ब्रोमविच फैक्ट्री में रात्रि शिफ्ट पर्यवेक्षक जोहल, शिफ्ट प्रबंधक कुमार और प्रशिक्षक जाखू की देखरेख में एक गिरोह की तरह चल रही थी। कंपनी का प्रतिनिधित्व करने वाली साराह जॉर्ज ने बताया कि आरोपियों ने परिजनों को मदद पहुंचाई और कमजोर कर्मियों से नौकरियां दिलाने का वादा कर पैसे वसूले।
तीनों ने आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया। उन्होंने दावा किया कि यूनिट यूनियन को झूठे बयान देने के लिए 600 पाउंड दिए गए थे। ट्रिब्यूनल न्यायाधीश डेविड डिंबीलॉ ने फैसला सुनाया कि फैक्टरी कर्मियों की बर्खास्तगी अनुचित थी। डिंबीलॉ के हवाले से कहा गया, 'मुखबिर से कोई सवाल नहीं पूछे गए थे और न ही वादी ने घटनाक्रम पर टिप्पणी की थी।' (एजेंसियां)