प्रवासी भारतीय केंद्र विदेश चले गए लोगों की यादगार : सुषमा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को यहां प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन के बाद कहा कि यह आजीविका की तलाश में विदेश गए लोगों की यादगार है। यहां प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए सुषमा ने कहा, यह कोई सामान्य इमारत नहीं है। यह हमारे पूर्वजों की याद में है जो विदेश चले गए। यह उनकी यादगार है, यह हमारी परंपरा का सबूत है।
विदेश मंत्री ने कहा कि यह केंद्र हमारी विरासत की सुंदरता और धरोहर की विविधता के साथ-साथ भारत की आधुनिकता को भी प्रतिबिंबित करता है। सुषमा ने कहा, इस केंद्र में प्रवासियों के लिए बहुत सी सुविधाएं हैं। वे इस इमारत में ठहर भी सकते हैं। यह भारत के सभी राज्यों की कला एवं संस्कृति को शामिल किए हुए है।
इससे पहले पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन भाषण में कहा, अगर देश दुनियाभर में फैले 2.7 करोड़ प्रवासी भारतीयों को संख्या की बजाय एक ताकत के रूप में देखे तो 'ब्रेन ड्रेन' को 'ब्रेन गेन' में बदला जा सकता है। मोदी ने कहा कि विश्व अब पहले से कहीं ज्यादा भारत के साथ जुड़ने को इच्छुक है। और ऐसे समय में 'अज्ञात का डर' एक रुकावट बन सकता है। हमारे प्रवासी इसे दूर करने में मदद कर सकते हैं। उन्हें दुनिया को बस बताना होगा कि वह भारत से हैं।
पीएम ने प्रवासियों से जुड़ने की जरूरत पर बल दिया और अपने पूर्ववर्ती अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा कि जिन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस का विचार रखा था और यह तभी से जारी है। पीएम मोदी ने कहा, महात्मा गांधी देश छोड़कर चले गए थे, लेकिन देश की पुकार उन्हें स्वदेश वापस ले आई। उनका स्वेदश लौटना हर किसी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। इससे बड़ी कोई घटना नहीं हो सकती उनके लिए जो विदेशों में जाकर बसे हैं।