भाजपा विधायक की दबंगई, शिक्षा विभाग के बाबू को जेल पहुंचाने की दी धमकी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: इनसे मिलिए ये हैं मुजफ्फरनगर के विधायक जिन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी की छुट्टी कराने की खुलेआम धमकी दी है। दरअसल, विधायक उमेश मलिक धरने पर बैठे शिक्षकों के प्रति संवेदशनशील हैं। भाजपा से नाता रखते हैं सरकार इनकी है सो अधिकारी को जेल भिजाने तक की धमकी देने में कोताही नहीं बरती।
#WATCH Muzaffarnagar BJP MLA Umesh Malik threatens education dept official,warns of jailing him.Malik was meeting teachers sitting on dharna pic.twitter.com/korhN3yVEo
— ANI UP (@ANINewsUP) July 8, 2017
मामला मुजफ्फरनगर का है। जहां पर अपनी मांगों को लेकर शिक्षक धरने पर बैठे थे। अपना समर्थन देने और उनकी खैर लेने के लिए मलिक साहब कार्यालय पहुंच गए। यहीं पर एक बाबू ने शासनादेश का हवाला देने की जुर्रत दिखाई तो उसे नेताजी के गुस्से का शिकार होना पड़ा। तालियों के बीच नेताजी ने अपनी हैसियत बयां की। उन्होंने कहा कि शासनादेश कराने वाले वो हैं और इसलिए आदेश उनके हिसाब से तय होगा।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि नेताजी धमकी देने के बाद दावा कर रहें हैं कि समाज चलाने वाले शिक्षकों की खातिर संबंधित कार्यालय के लेखाधिकारी की छुट्टी हो जाएगी और इस पद पर नए की तैनाती होगी।
पिछले कई दिनों से लगातार खबरें आ रहीं हैं कि भाजपा के बड़े से लेकर छोटे नेता तक अपनी सरकार के दम पर लोगों को धमकाते नजर आ रहें हैं। हाल ही में मेरठ के एक नेता संजय त्यागी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस के साथ मार-पीट करते कैमरे में कैद हुए थे। प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर हालत भी बेहद दयनीय है। ऐसे में उमेश मलिक के ये तेवर सरकार की साख को और कमतर करने वाले हैं।
कौन हैं उमेश मलिक?
उमेश मलिक मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना सीट से निर्वाचित विधायक हैं। 51 साल के मलिक अपने विवादास्पद बयान को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर बेहद संवेदनशील और अजीब सा बयान दिया था। उन्होंने चुनावी रैली में कहा था कि मुजफ्फरनगर में हुए दंगों ने ही मोदी को प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा था-‘लोकसभा के चुनाव में मुजफ्फरनगर से उठी चिंगारी प्रदेश में गई, प्रदेश से पूरे देश में गई। आप लोगों के द्वारा बनाए गए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपके द्वारा चिंगारी के कारण बने थे।’उमेश मलिक यहीं नहीं रुके थे। उन्होंने यह भी बताया था कि भाजपा के स्थानीय नेताओं ने कैसे 7 सितंबर 2013 को महापंचायत का आयोजन किया था। ये उसी महापंचायत की बात थी जिसके बाद लोग भड़क उठे थे। मलिक ने स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का भी नाम लिया था।