अहमद पटेल को हराने के लिए कांग्रेस विधायकों को 15 करोड़ का लालच दे रही BJP
सत्ता विमर्श ब्यूरो
बेंगलुरु : चुनाव चाहे राज्यसभा का हो या विधानपरिषद का, लोकसभा का हो या फिर विधानसभा का, अब यहां संख्या बल बल्कि पैसा बल ज्यादा अहम हो गया है। क्योंकि पैसे से विधायक और सांसद खरीद लिए जाते हैं और संख्याबल पूरा कर लिया जाता है। गुजरात में आगामी 8 अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनाव में सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को हराने के लिए कुछ इसी तरह का खेल चल रहा है। गुजरात कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा कांग्रेस विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए 15 करोड़ का लुभावना ऑफर दे रही है।
विधायकों के टूटने के डर से बेंगलुरु से 25 किलोमीटर दूर एक लग्जरी रिसॉर्ट में गुजरात के 42 कांग्रेस विधायकों को रखा गया है। ये विधायक पार्टी की ओर से राज्य सभा उम्मीदवार अहमद पटेल को समर्थन देंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और गुजरात विधायक शक्तिसिंह गोहिल का दावा है कि भाजपा विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए 15 करोड़ रुपये का लुभावना ऑफर दे रही है। गोहिल ने कहा कि भाजपा 15 करोड़ की मोटी रकम के साथ-साथ गुजरात विधानसभा चुनाव का टिकट और लड़ने के लिए फंड देने की बात भी कर रही है।
गोहिल ने दावा किया है कि नंबर उनके पक्ष में हैं क्योंकि पार्टी छोड़ भाजपा जाने वाले 7 विधायकों में से 6 से बात कर पाने में वह कामयाब रहे। क्रॉस-वोटिंग की संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज करते हुए उन्होंने कहा, '182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा में 57 सदस्य हमारे पक्ष में वोटिंग करेंगे, जबकि अहमद पटेल के चुने जाने के लिए हमें 47 वोटों की जरूरत है।'
गोहिल ने कहा, 'भाजपा बहुत निचले दर्जे की राजनीति कर रही है, वह पैसा, ताकत और राज्य मशीनरी के इस्तेमाल से चुनाव जीतना चाहती है। हमने फैसला किया है कि हम पार्टी के साथ खड़े रहेंगे और भाजपा को लोकतंत्र की हत्या नहीं करने देंगे।' 28 जुलाई को कांग्रेस ने अपने 44 विधायकों को बेंगलुरु भेज दिया ताकि वे भाजपा में न जा सकें। एक सूत्र ने बताया कि इनमें से दो विधायक व्यक्तिगत और राजनीतिक कारणों का हवाला देकर गुजरात लौट गए हैं।
विधायकों को बंधक बनाकर रखे जाने के आरोप लगने और आलोचनाओं के बाद रविवार को कांग्रेस ने मीडिया के सामने अहमद पटेल को समर्थन कर रहे 42 विधायकों की परेड कराई थी। गांधीनगर के दहेगाम से विधायक कामिनीबेन बी. राठौड़ भी अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में हैं। उन्होंने भी भाजपा पर कांग्रेस विधायकों को लालच देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें भी 15 करोड़ रुपयों का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने उस ऑफर को ठुकरा दिया।