कांग्रेस, टीएमसी के बाद अब RJD ने भी GST समारोह से किया किनारा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
पटना : बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों के समर्थन को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी थमा भी नहीं है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के लिए शुक्रवार मध्यरात्रि को संसद में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम को लेकर भी महागठबंधन में शामिल दलों ने अलग-अलग राह पकड़ ली है।
महागठबंधन में शामिल जनता दल (युनाइटेड) ने जहां इस कार्यक्रम में भाग लेने की घोषणा की है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसमें शामिल नहीं होने की बात कही है। जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार हो या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार हो, जेडीयू शुरू से ही जीएसटी की पक्षधर रही है।
उन्होंने कहा, अब कोई अन्य दल इस कार्यक्रम का क्यों बहिष्कार कर रही है, उन्हें नहीं पता है। बिहार विधानमंडल में इस संबंध का विधेयक सर्वसम्मति से पारित किया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार की महागठबंधन सरकार में वाणिज्य कर मंत्री और जेडीयू नेता विजेंद्र यादव अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इधर, राजद ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। राजद सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि राजद इस कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और दूसरी तरफ केंद्र सरकार संसद में जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश अभी जीएसटी के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने भी इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा की है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है और इस बारे में जल्द ही औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। कांग्रेस के साथ ही कुछ अन्य दलों ने भी इस समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। तृणमूल कांग्रेस ने भी साफ कर दिया है कि पार्टी समारोह में हिस्सा नहीं लेगी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कहा है कि वह खुद समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन पार्टी के सांसदों को इसमें शामिल होना है या नहीं, यह उन पर निर्भर करता है।