नगालैंड में गरमाई सियासत, जेलियांग ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
कोहिमा : नगालैंड में मुख्यमंत्री डॉ शुरहोजेली लीजीत्सु से इस्तीफे और टी.आर. जीलियांग को नया मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर राज्य में राजनीतिक संकट गहराता ही जा रहा है। पूर्व सीएम टीआर जेलियांग ने राज्यपाल पीबी आचार्य को चिट्ठी लिखी है जिसमें कहा गया है कि एनपीएफ के 47 विधायकों में से 35 विधायक (खुद समेत) ने मुझे एनपीएफ के विधान मंडल के नेता के रूप में समर्थन दिया है।
नगालैंड पीपुल्स फ्रंट (नापीफ) के अध्यक्ष शुरहोजेली लीजीत्सु ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग का समर्थन करने वाले चार मंत्रियों और दस संसदीय सचिवों उनके पदों से रविवार को हटा दिया है। दूसरी तरफ 41 विधायकों ने यह कहते हुए आज मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा है कि उनके पास पद पर बने रहने के लिए पर्याप्त बहुमत नहीं है।
मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु ने रविवार को 10 संसदीय सचिवों को बर्खास्त कर दिया था। मुख्यमंत्री द्वारा यह कदम उस पूर्व सीएम टीआर जेलियांग की उस चिट्ठी के बाद उठाया गया जिसमें उन्होंने राज्यपाल के समक्ष नई सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा था कि उनके पास 33 एनपीएफ के विधायकों और 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। अपने निष्कासन की मांग के बीच, एनपीएफ के सुप्रीमो लीजीत्सु ने चार एनपीएफ विधायकों और छह स्वतंत्र विधायकों को संसदीय सचिव के पद से हटा दिया है। इस फैसले के बाद नागालैंड सरकार ने जेलियांग को सचिव (वित्त) और नुकलोतोशी को मुख्यमंत्री के सलाहकार के पद से बर्खास्त करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
जिन मंत्रियों को बर्खास्त किया गया उनमें गृह मंत्री यांनथुंगो पट्टॉन, ऊर्जा मंत्री किपली संगतम, नेशनल हाई-वे मंत्री जी. काइटो तथा पर्यावरण मंत्री शामिल हैं। इनके अतिरिक्त पूर्व मुख्यमंत्री जेलियांग, शेतोई, नुकलोतोशी, देव नुखु, नाइबा कोणयाक और बेंजोंगलिबा भी हैं। वहीं, सत्ता परिवर्तन को लेकर जेलियांग समेत 41 विधायक वर्तमान में असम के काज़ीरंगा नेशनल पार्क के बोरगोस रिसॉट में कैंपिंग कर रहे हैं। वन और पर्यावरण मंत्री एल इमचेन ने बताया कि हम सभी 41 विधायक इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि राज्यपाल जेलियांग को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।