इंदिरा से मोदी की तुलना गलत : सोनिया गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का कहना है कि राजनीति के हर दौर में अलग-अलग चुनौतियां होती हैं। अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे से खास बातचीत में सोनिया गांधी ने कहा कि राजनीति में वक्त के हिसाब से चेहरे भी बदलते और उभरते हैं। मैं नहीं मानती कि इंदिरा गांधी की पीएम नरेंद्र मोदी से कोई तुलना है या तुलना की जानी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई की सोनिया गांधी से खास बातचीत के कुछ मुख्य अंश...
सोनिया ने किया दावा; सत्ता में लौटेगी कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बात का दावा किया है कि अगले चुनावों में पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। खुद के बारे में सोनिया ने कहा कि राजनीति में आना उनका पहला सबसे मुश्किल फैसला था। अगर मैं इंदिरा गांधी की बहू न होती तो राजनीति में कभी नहीं आती। उन्होंने कहा, 'मैं सोचती हूं कि राजनीति में उस समय मेरा ना आना कायर होने जैसा होता, उस समय मेरे दिमाग में कुछ नहीं था सिर्फ इसके कि मुझे अपनी सास, अपने पति और पार्टी के आदर्शों को कायम रखना है।' सोनिया गांधी 1998 से कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
मन की बात : PM बोले- सेना के पराक्रम को समर्पित यह दिवाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देशवासियों से आज कहा कि दीपोत्सव का यह त्योहार आज हम देश की सरहद की रक्षा करने वाले वीर जवानों के पराक्रम को समर्पित करता हूं। पीएम मोदी ने अपने संदेश में देशवासियों को दिवाली की बधाई दी साथ ही सेना के जवानों की खूब प्रशंसा की।
अगर चुनाव हुए तो मोदी ही होंगे बतौर पीएम लोगों की पहली पसंद-सर्वे
हाल ही में कराए गए एक सर्वे के मुताबिक देश के भले ही अच्छे दिन ना आए हों लेकिन पीएम के तौर पर नरेन्द्र मोदी अब भी लोगों की पहली पसंद है और अगर अभी चुनाव होते हैं तो पीएम मोदी ही बनेंगे। इंडिया टुडे और कार्वे इंसाईट ने मिलकर ये सर्वे कराया था। इस रायशुमारी में मोदी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मुकाबले कहीं आगे हैं।
'मोदी सरकार का हाल इंदिरा सरकार की तरह हो सकता है'
चौबीस घण्टे के भीतर ही भाजपा के एक और वरिष्ठ ने पार्टी नेतृत्व की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। पहले शत्रुघ्न सिन्हा और अब यशवंत सिन्हा ने केन्द्र सरकार पर प्रहार किया है। यशवंत सिन्हा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें कोई संवाद नहीं हो रहा और इस सरकार का हाल इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली उस कांग्रेस सरकार की तरह हो सकता है, जिसे आपातकाल के बाद मुंह की खानी पड़ी थी।
शत्रुघ्न बोले- अगर इंदिरा होतीं तो कांग्रेस में होता
बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी उपेक्षा से नाराज भाजपा नेता और बिहारी बाबू के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि अगर आज इंदिरा गांधी होतीं तो वह कांग्रेस में चले जाते। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में नीतीश कुमार बंगाल के ज्याति बसु के समान है जिनके खिलाफ कोई सरकार-विरोधी लहर नहीं है।
भारत का राजनीतिक इतिहास
राज करने अथवा राज चलाने सम्बन्धी नीति को 'राजनीति' कहा जाता है। स्पष्ट है कि राज करने या चलाने जैसी अति संवेदनशील एवं गम्भीर जिम्मेदारी के लिए इस पेशे में शामिल व्यक्ति को अत्यधिक योग्य, दक्ष, ईमानदार तथा कुशल नेतृत्व प्रदान कर पाने की क्षमता रखने वाला व्यक्ति होना चाहिए। त्रेतायुग में अर्थात भगवान राम के काल के हजारों वर्ष पूर्व से लेकर आजादी से पहले और फिर आजादी के बाद की भारतीय राजनीति ऐसे दिग्गज राजा और राजनेताओं से अटा पड़ा है।
जब प्रणब मुखर्जी को इंदिरा गांधी से पड़ी थी फटकार
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी पुस्तक में खुलासा किया है कि इंदिरा गांधी की इच्छा के विपरीत बोलपुर से 1980 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और जब वह हार गए थे तब इंदिरा गांधी ने उन्हें काफी देर तक फटकार लगायी थी लेकिन हारने के बाद भी उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल गई थी।
'आपातकाल के नियमों से अनजान थीं इंदिरा'
देश की महत्वपूर्ण शख्सियतों के हाथों किताबें लिखे जाने के क्रम में कभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की किताब 'द ड्रैमेटिक डिकेड : द इंदिरा गांधी इयर्स' हाल में सामने आई है। इस किताब में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जिंदगी से जुड़े पहलुओं पर फिर से चर्चा छिड़ने के आसार हैं। अपनी किताब में प्रणब दा ने आपातकाल को ऐसा फैसला करार दिया, जिसे टाला जा सकता था और इसकी इंदिरा गांधी को भारी कीमत चुकानी पड़ी। मुखर्जी ने लिखा है कि वह इस फैसले के सांविधानिक प्रावधानों से वाकिफ नहीं थीं।
'नरेंद्र मोदी की नेतृत्व शैली पूर्व पीएम इंदिरा जैसी'
राजदीप सरदेसाई ने अपनी एक किताब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरह का बताया है। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि मोदी और इंदिरा में लीडरशिप में एक जैसी समानताएं हैं। लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी में लीडरशिप जैसी कोई क्वालिटी नहीं है।