पांच साल में जीडीपी दर सबसे निचले स्तर पर, चीन से भी पिछड़ा भारत
शपथ लेने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के लिए शुक्रवार का पहला दिन आर्थिक मोर्चे पर बुरी खबर लेकर आया। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के अनुसार कृषि और विनिर्माण क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन से 2018-19 की चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रही जो पांच साल में सबसे कम है। इससे भारत आर्थिक मोर्चे पर चीन से भी पिछड़ गया है।
GDP ने मोदी सरकार को दिया आर्थिक झटका
देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर मौजूदा वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह 2015-16 में 7.6 प्रतिशत थी। आर्थिक वृद्धि दर में कमी का कारण विनिर्माण, खनन तथा निर्माण क्षेत्रों में नरमी बताई जा रही है। गौरतलब है कि सरकार के इस आंकड़े में नोटबंदी के बाद के ‘उतार-चढ़ाव’ वाले आंकड़े को शामिल नहीं किया गया है। नोटबंदी के आंकड़े का शामिल करने के बाद अनुमान और भी भयावह तस्वीर पेश करने वाले हो सकते हैं।