सियासी पार्टियां सत्ता में आती हैं और चली जाती हैं लेकिन सत्ता के दलालों, बिचौलियों का एक समूह पिछले 65 वर्षों से इस देश पर शासन कर रहा है। जब भी कोई चुनाव होता है, ये दलाल किस्म की प्रजाति बड़ी संख्या में जुट जाती है। हम दशकों से यह शिकायत करते आ रहे हैं कि भ्रष्टाचार हमारे देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, लेकिन हर साल घोटाले बढ़ते ही चले जा रहे हैं और इसके साथ-साथ लूटी गई धनराशि भी।