एक साथ तीन तलाक से मुस्लिम महिलाएं आजाद, लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी विधेयक पारित
मुस्लिम महिलाओं से एक साथ तीन तलाक को अपराध करार देने वाला ऐतिहासिक विधेयक राज्यसभा से भी पारित हो गया है. उच्च सदन में मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक के पक्ष में 99 वोट पड़े, जबकि 84 सांसदों ने विरोध में मतदान किया।
राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, अधर में लटका तीन तलाक समेत कई बिल का भविष्य
राज्यसभा की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके साथ ही तीन तलाक विधेयक और नागरिकता (संशोधन) विधेयक-2019 को संसद से पास कराने की सरकार की मंशा अधूरी रह गई। ये दोनों बिल राज्यसभा में पेश ही नहीं हो सके।
राज्यसभा में फिर अटका तीन तलाक बिल, विपक्ष ने एक स्वर में कहा- सिलेक्ट कमेटी के पास भेजो
तमाम विपक्षी दलों के अड़ियल रवैये की वजह से सोमवार को राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक का पारित होना तो दूर, चर्चा तक नहीं हो सकी। कांग्रेस के नेतृत्व में लगभग समूचा विपक्ष इसे जांच के लिए सिलेक्ट कमेटी के पास भेजने पर अड़ा रहा।
तीन तलाक विधेयक लोकसभा में बहुमत से पारित, कांग्रेस और एआईएडीएमके ने किया वॉकआउट
तीन तलाक विधेयक (2018) को लोकसभा ने पारित कर दिया है। अब इसे राज्यसभा में मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। इसके बाद ही यह कानून की रूप ले सकेगा। निचले सदन में मौजूद 256 सांसदों में से 245 सदस्यों ने इसके पक्ष में मतदान किया, जबकि 11 सदस्यों ने इसके खिलाफ अपना वोट दिया।
संसद का बजट सत्र आज से, सर्वदलीय बैठक में PM मोदी ने विपक्ष से मांगा रचनात्मक सहयोग
केंद्र सरकार ने संसद के बजट सत्र में तीन तलाक विधेयक को पारित कराने के लिए रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के साथ तालमेल बनाने की कोशिश की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से बजट सत्र के दौरान रचनात्मक माहौल बनाने की अपील की।