नरेंद्र मोदी हैं 'कालिया नाग', नाथेंगे हम : लालू
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को 'कालिया नाग' कह डाला। केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़ों को शीघ्र प्रकाशित किए जाने की मांग को लेकर रविवार को पटना के गांधी मैदान में एक दिवसीय उपवास पर बैठे लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'कालिया नाग ने कलयुग में नरेंद्र मोदी के रूप में जन्म लिया है। कालिया नाग मोदी को यदुवंशी उसी तरह नाथेंगे जैसे कृष्ण ने काले नाग को नाथा था। नरेंद्र रूपी काले नाग को हम नाथेंगे।'
मंच पर फिर एक साथ नहीं दिखे नीतीश-लालू
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद एक बार फिर मंच साझा नहीं कर पाए। दोनों के इस रूख से आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर एकजुटता दिखाने की मंशा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बेटा ही संभालता है बाप की विरासत : लालू प्रसाद
अपनी पार्टी के ही सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर पलटवार करते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'भारतीय संस्कृति में बेटा ही पिता की विरासत संभालता है। मेरे बाद पार्टी का उत्तराधिकारी पप्पू यादव नहीं, बल्कि मेरा बेटा होगा। मेरे इस फैसले से जिसे परहेज है, वह पार्टी को छोड़कर जा सकता है।'
भूमि अधिग्रहण पर लालू छेड़ेंगे महाभारत
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने जनता परिवार के छह घटक दलों के विलय को भाजपा के सफाये का साफ संकेत बताया और कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ ‘महाभारत’ छेड़ेंगे। लालू ने दावा किया, ‘पुराने जनता परिवार से अलग हुए दलों के विलय के बाद भाजपा और मोदी की हर जगह से विदाई हो जाएगी।
समधी बनेंगे लालू प्रसाद और मुलायम
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और राजद नेता लालू यादव की दोस्ती अब जल्द ही रिश्ते में बदलने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, लालू प्रसाद की छोटी बेटी राजलक्ष्मी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव से तय हो गई है। तेज प्रताप मैनपुरी से हाल ही में सांसद चुने गए हैं।
लालू-लीला का गवाह बना पटना, राजभवन तक किया रिक्शा मार्च
बिहार की राजनीति में आया तूफान फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार का दिन लालू-लीला के नाम रहा। डैमेज कंट्रोल करने में सफल रहे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को मानो प्रदेश सरकार के खिलाफ बैठे बिठाये मुद्दा मिल गया है। महीनों से शांत चल रहे लालू अब आक्रामक हो गये हैं। इसका एक उदाहरण तब देखने को मिला जब रघुवंश प्रसाद ने चुनौती भरे लहजे में नसों में खून और पानी वाली बात कही ,जिसके बाद राजद अध्यक्ष रिक्शे की सवारी कर अपने समर्थकों के साथ स्पीकर के घर के बाहर पहुंचे और प्रदर्शन किया।