5 और 6 अगस्त 2019 को देश की संसद में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी संख्याबल का उपयोग करते हुए जम्मू कश्मीर संविधान सभा की ताकत को देश की संसद में स्थानांतरित कर दिया। इस प्रकार से जम्मू और कश्मीर आधिकारिक रूप से अपना विशेष राज्य का दर्जा तो खो ही चुका है, साथ ही वह अपना पूर्ण राज्य का दर्जा भी गंवा चुका है।