जनादेश 2018 ; अति की हद पर अर्द्धविराम
हदें केवल देशों की ही नहीं होती हैं। हदें इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं की भी होती हैं। निजी संपत्ति और अति की भी होती हैं। राजनीति में झूठ, जुमलेबाजी, नकरात्मकता और पोंगापंथी की भी होती है। इन पर पहले अर्द्धविराम फिर पूर्ण विराम लगता है। अभी अर्द्धविराम लगा है। 2019 में पूर्ण विराम लगाने का आगाज है। इस लिहाज से यह शुरुआत है राजनीति में नकरात्मकता के अंत का। अब इसे कोई नेता नहीं रोक सकता। यह जनता का फैसला है। यह किसी नेता के मन की बात नहीं है। यह सार तत्व है पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजों का।
पांच राज्यों के चुनावों में नहीं चला मोदी का जादू; भाजपा के मजबूत किलों पर कांग्रेस का कब्जा
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह का जादू नहीं चला। भाजपा का मजबूत गढ़ कहे जाने वाले मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया है।