अमेरिका आयात शुल्क की नई योजना वापस ले : चीन
बीजिंग : चीन और अमेरिका के बीच तल्खी फिर दिखी है। इस बार चीन ने अपने व्यावसायिक हितों को लेकर शुक्रवार को अमेरिका को चेताया है। चीन ने अमेरिका से कहा है कि वह इस्पात और अल्युमीनियम पर आयात शुल्क लगाने की अपनी योजना वापस ले क्योंकि इससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर गहरा असर होगा। वैश्विक संवाद एजेंसी के मुताबिक, चीनी वाणिज्य मंत्री ने एक बयान में चेतावनी दी है कि वह अमेरिका द्वारा इस्पात पर 25 फीसदी और अल्युमीनियम पर 10 फीसदी आयात शुल्क लगाने के खिलाफ कदम उठाएंगे। अमेरिका ने गुरुवार को इस बाबत घोषणा की है जिससे अमेरिका को इस्पात और अल्युमीनियम निर्यात करने वाले देशों पर असर होगा। शुरुआत में कनाडा और मेक्सिको को इसमें छूट दी गई है।
व्यापार उपाय व अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक वांग हेजून ने कहा, चीन ने अमेरिका से बहुराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था का सम्मान करने और यथाशीघ्र आयात शुल्क वापस लेने की अपील की है। उधर, ट्रंप ने नए आयात शुल्क का बचाव करते हुए कहा कि इसका मकसद अमेरिकी इस्पात व अल्युमीनियम उद्योग का संरक्षण है जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक है। वांग ने कहा कि ट्रंप की दलील तर्क संगत नहीं है और यह विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के व्यापार नियमों के विरूद्ध है। उन्होंने इन कदमों के खिलाफ चीन के रुख को दोहराया और कहा कि इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
चाइनीज आइरन एंड स्टील एसोसिएशन (सीआईएसए) ने भी शुक्रवार को अमेरिका की नई आयात नीति का विरोध किया और कहा कि यह डब्ल्यूटीओ के नियमों का उल्लंघन है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार बाधित होगा। विश्व में अमेरिका इस्पात का सबसे बड़ा आयातक है और अमेरिकी राष्ट्रपति के इस आदेश से चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, जर्मनी, तुर्की और ब्राजील पर सबसे ज्यादा असर होगा। (एजेंसियां)