क्यूबा में कास्त्रो युग का पटाक्षेप, मिगेल डियाज़ के हाथ में आई सत्ता
हवाना: इसे क्यूबा में नए युग का सूत्रपात कहेंगे। राउल कास्त्रो ने 12 साल बाद सत्ता छोड़ दी है और अब देश की कमान मिगेल डियाज़ कनेल के हाथों में है। कैनल गुरुवार को क्यूबा के नए राष्ट्रपति चुने गए। मिगेल ने नेशनल असेंबली के समक्ष अपने पहले संबोधन में कहा कि इस नई विधायिका में पूंजीवादी परिवर्तन की आस लगाए बैठे लोगों के लिए कोई स्थान नहीं होगा।
राउल ने 2006 में अपने भाई फ़िलेद कास्त्रो के बीमार होने के बाद सत्ता संभाली थीं। अब राउल कास्त्रो ने भी पद छोड़ दिया है। ये क्यूबा में कास्त्रो युग का अंत है जो 1959 में फुलगेंचियो बतिस्ता को पद से हटाकर फिदले कास्त्रो के सत्ता संभालने के बाद शुरू हुआ था। साल 2013 में क्यूबा का उपराष्ट्रपति बनने से पहले तक मिगेल डियाज़ कनेल बहुत ज़्यादा चर्चित नहीं थे। लेकिन उसके बाद से वो राउल कास्त्रो का दाहिना हाथ बन गए थे।
कौन हैं मिगेल डियाज़?
बीते पांच सालों से उन्हें देश के राष्ट्रपति का पद संभालने के लिए ही तैयार किया जा रहा था। लेकिन देश का पहला उपराष्ट्रपति बनने से पहले भी मिगेल डियाज़ कनेल के पास राजनीति का लंबा अनुभव था। वो अप्रैल 1960 में पैदा हुए थे। इससे एक साल से कुछ अधिक पहले ही फिदेल कास्त्रो देश के प्रधानमंत्री बने थे। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले कनेल कॉलेज के दिनों में ही सांता क्लारा की यंग कम्यूनिस्ट लीग से जुड़ गए थे और राजनीति में सक्रिय हो गए थे। क्यूबा की क्रांति की अंतिम लड़ाई सांता क्लारा में ही हुई थी और इसी शहर में आज भी चे ग्वेरा का मकबरा है।
2013 में बने उपराष्ट्रपति
उन्होंने अपने मूल प्रांत विला क्लारा में भी कम्यूनिस्ट पार्टी में अहम भूमिका निभाई थी। कहा जाता है कि उनके समय में विला क्लारा की प्रांतीय सरकार देश के अन्य इलाक़ों के मुकाबले में ज़्यादा स्वतंत्र थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक क्यूबा के अन्य इलाक़ों में जिन रॉक कंसर्ट पर बैन रहता था वो यहां आयोजित किए जाते थे। 1985 के बाद से सांता क्लारा शहर क्यूबा के सबसे चर्चित एलजीबीटी क्लबों में से एक के लिए भी जाना जाता है। इस क्लब के मालिक का कहना है कि ये क्लब नहीं बचता यदि इसे डियाज़ कनेल का समर्थन प्राप्त नहीं होता।
इस क्लब में हर उस 'अलग व्यक्ति' का ऐसे समय में स्वागत किया जाता था जब कम्यूनिस्ट क्यूबा के अन्य इलाक़ों में ऐसी आज़ादी नहीं थी। डियाज़ प्रांतीय स्तर पर अच्छा काम कर रहे थे लेकिन कम्यूनिस्ट पार्टी के पोलितब्यूरो में शामिल होने के लिए उन्हें दस और सालों का इंतज़ार करना पड़ा। साल 2009 में उन्हें देश का उच्च शिक्षा मंत्री चुना गया और अंततः साल 2013 में वो देश के पहले उपराष्ट्रपति बन गए।
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अपने संबोधन में मिगेल ने समाजवाद को लेकर अपने विचार भी साझा किए। उन्होंने कहा- यहां सिर्फ उन्हीं के लिए स्थान होगा, जो हमारे समाजवाद में सुधार को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि लोगों के इस फैसले के साथ हमारे पास एक ही विकल्प है कि हम 1959 की क्यूबा क्रांति के संस्थापकों द्वारा शुरू किए गए कार्य को जारी रखें। (विभिन्न समाचार माध्यमों से साभार)