जेएनयू के प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: लापता छात्र नजीब अहमद में जेएनयू प्रशासन और सरकार की मिली भगत का आरोप लगाते हुए गृह मंत्रालय के सामने प्रदर्शन करने जा रहे जेएनयू के छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। छात्रों को संसद मार्ग थाने पर रखा गया है। एसीबी चीफ एमके मीणा ने बताया है कि इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। ये प्रदर्शन जेएनयू के ही एक छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी के विरोध में होने वाला था। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जेएनयू प्रशासन और गृह मंत्रालय इस मसले पर टालमटोल कर रहा है जबकि नजीब को गायब हुए 8 दिन हो चुके हैं।
इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री ने आदेश दिया था कि जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की तलाश के लिए स्पेशल टीम बनाई जाएगी। राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात कर स्थिति के बारे में जानाकारी भी मांगी थी। गुरुवार को छात्रों ने गृहमंत्री के आवास के घेराव का ऐलान किया था। जिसे देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई थी। वहां पर यातायात भी सुचारू रूप से नहीं चल रहा था। और काफी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
8 दिनों से लापता बायोटक्नॉलिजी के छात्र नजीब अहमद को लेकर जेएनयू में काफी आंदोलन चला। इस दौरान छात्रों ने वीसी जगदीश कुमार और अधिकारियों को बंधक भी बनाया था। इस बीच नजीब की मां फातिमा और बहन सद्दाफ मुशर्रफ ने भी नजीब के लिए जेएनयू को दस्तक दी। मां का जहां रो-रो कर बुरा हाल है वहीं बहन ने बड़ी दिलेरी से अपनी बात रखी। सद्दाफ ने कहा- मुझे थाने से फोन आया कि एक शव मिला है और हमें पहचान के लिए आना होगा कि क्या वह नजीब का शव है। सौभाग्यवश ऐसा नहीं था। रेक्टर ने मुझे बोला कि कहीं कुछ भी होता है तो उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं और कहा कि वह मुझसे अदालत में मिलेंगे।