AMU छात्र नेता का गंभीर आरोप; कहा- पुलिस की मौजूदगी में कैंपस में घुसी थी हिंदू युवा वाहिनी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र कैंपस में धरने पर बैठे हैं। इनकी मांग उन लोगों पर कार्रवाई करने की है जिन्होंने पुलिस की मौजूदगी में एएमयू कैंपस में जबरन घुसने की कोशिश की थी। हिन्दी खबरिया चैनल न्यूज़18 से खास बातचीत में एएमयू स्टूडेंट्स यूनियन के सचिव मोहम्मद फहद ने बताया कि एएमयू पर पिछले कुछ समय से लगातार हमले हो रहे हैं। ये हमला भी पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के 2 मई के कार्यक्रम को तहस-नहस करने की साजिश के तहत किया गया था। फहद भी अन्य छात्र नेताओं के साथ पुलिस की कार्रवाई में घायल हो गए थे।
वेबसाइट फर्स्ट पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद फहद ने आरोप लगाया कि जिस समय हिंदू युवा वाहिनी के लोग जबरन एएमयू कैंपस में घुसने का प्रयास कर रहे थे उस समय पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी उस जगह से बमुश्किल 10 कदम की दूरी पर थे। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ। बाद में इस मामले को लेकर एफआईआर कराने जा रहे हमारे नेताओं पर पुलिस के लोगों ने हमला किया। हमारे सिर पर लाठियां बरसाई गईं। हमने इसकी जांच की मांग की है। फहद ने कहा कि हम घायल जरूर हुए हैं, लेकिन कमजोर नहीं, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
छात्र नेता फहद ने कहा कि हम किसी के कहने से कुछ नहीं हटाएंगे। जिन्ना की तस्वीर हटाने के लिए केंद्र सरकार को लिखित में देना होगा। पुलिस के लाठीचार्ज में 40-45 छात्र घायल हुए हैं। छात्रों को निशाने पर लेकर हमला किया गया है। ये मुद्दा जिन्ना के पोट्रेट का नहीं है, बल्कि असल में निशाने पर एएमयू है। मालूम हो कि मोहम्मद फहद ने जिस हिन्दू युवा वाहिनी पर आरोप लगाया है उसकी स्थापना साल 2002 में गोरखपुर के तत्कालीन सांसद और उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। जब इसका गठन किया गया था तब उन्होंने इसे एक सांस्कृतिक संगठन बताया था।
एएमयू कैंपस में छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ धरने पर बैठे छात्रों ने कहा कि वे अपनी मांगें पूरी होने तक आंदोलन करेंगे। छात्र नेता मोहम्मद फहद ने कहा कि सबसे पहले उन लोगों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाए जो पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर हमले की नीयत से आए थे। फहद ने कहा कि छात्रों पर हमला करने वाले पुलिस वालों से इस बाबत जवाब मांगा जाए कि उन्होंने किसके इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया।