पुलवामा आतंकी हमला : प्रियंका ने रद्द की प्रेस कांफ्रेंस, 2 मिनट का मौन रख शहीदों को दी श्रद्धांजलि
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ/नई दिल्ली : जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को मोदी सरकार को 'सबसे कमजोर' सरकार ठहराया और इस तरह के हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। इस हमले में 42 जवान शहीद हो गए।
घटना पर शोक जताते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार से आतंकवादी हमलों को रोकने की मांग की। उन्होंने कहा, मैं परिवार में प्रियजनों को खोने का दुख अच्छी तरह समझ सकती हूं। मैं यह कहना चाहती हूं कि न केवल कांग्रेस बल्कि पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मौजूद प्रियंका ने कहा, लेकिन, हमें कश्मीर में बड़ी संख्या में हताहतों के बारे में भी चिंतित होना चाहिए। हम मांग करते हैं कि इस सरकार को ऐसे ठोस कदम उठाने चाहिए कि इस तरह की आतंकी घटना दोबारा भविष्य में न हो।
प्रियंका ने कहा, पुलवामा में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले के चलते मुझे नहीं लगता है कि अभी राजनीति के बारे में बात करने का सही समय है। प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द करने के साथ ही कांग्रेस नेताओं ने दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान प्रियंका के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। प्रियंका गांधी पार्टी महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का कार्यभार संभालने के बाद 11 फरवरी से लखनऊ में हैं। वह पार्टी कार्यकर्ताओं से लगातार मिलकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पुलवामा जिले में हुई बड़ी आतंकवादी घटना पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैं जम्मू एवं कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर कायराना हमले से काफी व्यथित हूं, जिसमें हमारे सीआरपीएफ के बहादुर जवान शहीद हो गए और बड़ी संख्या में घायल हो गए। कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए। मेरी संवेदनाएं शहीदों के परिवार के साथ है। मैं घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, मोदी के अधीन यह 17वां बड़ा आतंकी हमला है। उनके शासनकाल में पाकिस्तानी सेना ने हमारे दो जवानों का सर धड़ से अलग कर दिया। बीते पांच वर्षों में पाकिस्तान ने 5,000 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है और जम्मू एवं कश्मीर में अकेले 440 से अधिक जवान शहीद हुए हैं। सुरजेवाला ने कहा, स्वतंत्र भारत में मोदी सरकार सबसे कमजोर सरकार है लेकिन हम फिर भी इससे राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करने का आग्रह करते हैं।