भाजपा ने केजरीवाल पर ठोका मानहानि का दावा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : भाजपा पर दिल्ली में सरकार बनाने के लिए खरीद-फरोख्त के आरोप को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल मुश्किल में घिर गए हैं। भाजपा ने केजरीवाल पर एक करोड़ रुपये का मानहानि का दावा ठोक दिया है। भाजपा की ओर से केजरीवाल को लीगल नोटिस भेजा गया है। भाजपा ने केजरीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें सबूत पेश करने को कहा है।
केजरीवाल ने एक ऑडियो मेसेज जारी किया था, जिसमें उन्होंने भाजपा पर दिल्ली में सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त करके आम आदमी पार्टी को तोड़ने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था कि भाजपा कांग्रेस के विधायकों को खरीदने के लिए 20-20 करोड़ रुपये का ऑफर दे रही है। राजेंद्र नगर से भाजपा विधायक आरपी सिंह की ओर से यह नोटिस भेजा गया है।
केजरीवाल ने उपराज्यपाल नजीब जंग पर भी निशाना साधते हुए दावा किया कि वह भाजपा को गुरुवार को दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। केजरीवाल ने सवाल किया कि क्या उपराज्यपाल को विधायकों के समर्थन का पत्र नहीं मांगना चाहिए? अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो पक्षपात करेंगे।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'सूत्रों का दावा है कि जनता की नाराजगी के बावजूद उपराज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। भाजपा इसे स्वीकार करेगी। भाजपा के पास अब भी संख्या नहीं है। कांग्रेस विधायक अभी भी तैयार नहीं हैं। लेकिन भाजपा का आंकलन है कि शपथ लेने के बाद विधायकों को खरीदना या तोड़ना आसान हो जाएगा।'
केजरीवाल ने कहा, 'उपराज्यपाल अपनी कुर्सी बचाते हैं या संविधान को, इसे देश उत्सुकता से देखेगा। अगर कोई पार्टी (भाजपा) पहले ही एक बार सरकार बनाने से इनकार कर चुकी है तो क्या एलजी उसी पार्टी को एक बार फिर इसी विधानसभा में आमंत्रित कर सकते हैं। क्या उपराज्यपाल को पहले समर्थन देने वाले विधायकों की सूची नहीं मांगनी चाहिए? क्या ऐसा नहीं करने पर उपराज्यपाल पक्षपात करते हुए नहीं माने जाएंगे।
केजरीवाल के खरीद-फरोख्त के इन आरोपों को गुरुवार को गृहमंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी खरीद-फरोख्त नहीं करती। हालांकि राजनाथ ने निकट भविष्य में भाजपा द्वारा दिल्ली में सरकार बनाए जाने की संभावना पर कोई सीधा जवाब देने से बचते दिखे। उन्होंने कहा, 'कृपया यह बात हमारी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह से पूछें। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मेरे पास कोई सूचना नहीं है।'