बूथ के बाहर मोदी के रोड शो पर भड़की कांग्रेस, कहा- पीएम ने चुनाव आचार संहिता की उड़ाई धज्जियां
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली/अहमदाबाद : कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि साबरमती के रानिप में मतदान करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रोड शो कर आचार संहिता और कानून की धज्जियां उड़ाई हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि चुनाव आयोग भाजपा का बंधक बनकर रह गया है। कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त के गुजरात कनेक्शन का मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि वह अभी भी पीएम मोदी के निजी सचिव की तरह काम कर रहे हैं। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर फिक्की के मंच का भी इस्तेमाल राजनीतिक सभा के तौर पर करने का आरोप लगाया।
दरअसल, गुरुवार को पीएम मोदी जब रानिप में अपना वोट डालकर बाहर निकले तो वहां भारी संख्या में लोग मौजूद थे। पीएम मोदी ने अपनी गाड़ी में खड़े होकर जिस तरह से भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया वह रोड शो जैसा ही था और कांग्रेस ने अब इसी को मुद्दा बना लिया है। गुजरात चुनाव में कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत और कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुद्दे पर चुनाव आयोग और पीएम मोदी पर हमला बोल दिया।
रणदीप सुरजेवाला ने सीधे तौर पर पीएम पर निशाना साधते हुए, 'पीएम मोदी की हरकतें यह दर्शाती हैं कि वह प्रजातांत्रिक मूल्यों को तोड़ किसी तरह से गुजरात चुनाव में प्रासंगिक बने रहना चाहते हैं। 22 साल के कुशासन के बाद गुजरात के लोग पीएम को नकार चुके हैं। मोदीजी की डूबती नाव को अब चुनाव आयोग की कठपुतली का ही सहारा बचा है। सी प्लेन से लेकर सारे प्रपंच खत्म हो गए तो कठपुतली चुनाव आयोग के सिर पर दांव खेला जा रहा है।'
सुरजेवाला ने कहा कि पीएम चुनाव आयोग और प्रशासन के साथ मिलकर गुजरात में रोड शो कर रहे हैं। संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का कांग्रेस के प्रति अलग रुख है जबकि भाजपा के प्रति अलग। उन्होंने राहुल गांधी के टीवी इंटरव्यू दिखाए जाने पर चुनाव आयोग द्वारा लगाई गई का रोक का मुद्दा भी उठाया। सुरजेवाला ने कहा, 'दिल्ली में अगर टीवी चैनल ने राहुल गांधी का इंटरव्यू लिया तो यह विचारों की अभिव्यक्ति थी, लेकिन चुनाव आयोग ने टीवी चैनलों और अखबारों पर एफआईआर किया, राहुल गांधी को नोटिस किया।'
सुरजेवाला ने कहा, 'देश चुनाव आयोग से जानना चाहता है कि 8 दिसंबर को जब भाजपा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर अहमदाबाद में अपना संकल्प पत्र जारी करती है तो चुनाव आयोग मूकदर्शक क्यों बना रहता है। क्या कारण है कि मतदान से एक दिन पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट जैसी सार्वजनिक संपत्ति पर अमित शाह पत्रकार गोष्ठी करते हैं। क्या कारण है कि एक केंद्रीय मंत्री (पीयूष गोयल) गुजरात को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं।'
#WATCH Ahmedabad: PM Narendra Modi leaves after casting his vote at booth number 115 in Sabarmati's Ranip locality. #GujaratElection2017 pic.twitter.com/cRqbmApgMv
— ANI (@ANI) December 14, 2017
सुरजेवाला ने बुधवार को फिक्की के प्लैटफॉर्म पर पीएम मोदी के संबोधन को भी आचार संहिता का उल्लंघन बताया। उन्होंने इसी क्रम में चुनाव आयोग से पूछा, 'क्या कारण है कि खुद आदरणीय पीएम फिक्की के प्लैटफॉर्म को एक राजनीतिक सभा के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और चुनाव आयोग मूक दर्शक बना रहता है। कल जब हमने तथ्य रखा, विडियो दिखाए तो चुनाव आयोग ने कहा कि कार्रवाई करेंगे। आज सुबह उनका जवाब आया कि शाम 5 बजे के बाद कार्रवाई करेंगे। चुनाव आयोग मोदी जी के सचिव की तरह काम कर रहे हैं। यह शर्म की बात है।'
सुरजेवाला से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते वाले गुजरात चुनाव के कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार जोति पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह गुजरात के चीफ सेक्रटरी रहे हैं और लगता है कि उस दौरान बने रिश्ता को वह अभी भी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पूरी तरह पीएम और पीएमओ के दबाव में काम कर रहा है।