सोशल मीडिया बना भारत बंद की वजह, बिहार में कई जगह आगजनी और फायरिंग
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: सोशल मीडिया के जरिये विभिन्न संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर सबसे ज्यादा बिहार में दिखा। कई जगह आगजनी, फायरिंग और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में लाठीचार्ज की खबर है। सड़कें लंबे समय तक जाम रहीं। इस दौरान हाजीपुर में केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा जाम में फंसे रहे। बंद समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री से बदसलूकी भी की। ये घटना हाजीपुर के शुभाई की है। वहीं, मध्यप्रदेश के भिंड और मुरैना में प्रदर्शनकारियों के विरोध की वजह से कर्फ्यू लगा दिया गया था।
चौतरफा विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्क कर दिया था। गृह मंत्रालय ने राज्यों को जारी एडवाइजरी में बंद के दौरान सुरक्षा कड़ी करने और हिंसा रोकने के निर्देश दिए थे। मालूम हो कि एससी-एसटी एक्ट के प्रावधानों में बदलाव के विरोध में हुए भारत बंद के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी। अब आरक्षण के विरोध में कई संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है।
बिहार में सुबह से ही बंद का असर दिखने लगा था। यहां आरा नगर थाने में आनंदनगर इलाके में बंद समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़प हुई। दोनों तरफ से फायरिंग की गई। इसके अलावा आरा में ही सैकड़ों युवाओं ने पटना पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। आक्रोशित युवाओं ने रेल पटरी पर उतरकर आरक्षण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरा में पत्थरबाजी के दौरान सात लोग घायल हुए। घायल में एसडीओ भी शामिल थे। गया में भारत बंद के दौरान उपद्रवियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया गया। आरा में धारा 144 लागू की गई थी।
बिहार के वैशाली में भी आरक्षण के विरोध में बंद के दौरान कई जगह से प्रदर्शन और जाम की तस्वीर सामने आई हैं। आरक्षण विरोधियों ने कई जगह रेल ट्रैक पर आगजनी कर परिचालन को भी बाधित किया है। इसके अलावा पटना-कोलकाता रेलखंड का परिचालन ठप कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने बरौनी पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। कई लोग रेल पटरी पर बैठकर ही प्रदर्शन कर रहे थे।
वहीं, बंद के दौरान भोजपुर में आक्रोशित युवाओं ने सड़क पर आगजनी कर आवागमन बाधित कर दिया। बिहार के मुजफ्फरपुर में हिंसा के दौरान लोगों ने तीन राउंड फायरिंग की। समर्थकों ने पुलिस और मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी भी की।