कर्नाटक पहुंचे राहुल, कहा- मोदी जी झूठे सपने दिखाते हैं, कांग्रेस जो कहती है, वह करके दिखाती है
सत्ता विमर्श ब्यूरो
बेल्लारी (कर्नाटक) : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में चुनावी अभियान का नगारा बजा दिया है। कर्नाटक में इसी साल के मध्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। अपने चार दिवसीय कर्नाटक दौरे की शुरूआत उन्होंने बेल्लारी से की जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, 'जो आपको झूठे वादे करते हैं, झूठे सपने दिखाते हैं उन पर भरोसा करके आपको कोई फायदा नहीं मिलने वाला। कांग्रेस पार्टी जो कहती है, वह करके दिखाती है। नरेंद्र मोदी जी के शब्द खोखले हैं। वह जो कहते हैं, वह करते नहीं हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने संसद में अपने डेढ़ घंटे के लंबे भाषण में ना तो भविष्य के बारे में बात की, न युवाओं को रोजगार देने के बारे में बात की और न ही किसानों को मदद देने के बारे में बात की। उन्होंने एक घंटे का समय केवल कांग्रेस और पूर्ववर्ती सरकारों को कोसने में खर्च किया। देश प्रधानमंत्री से भविष्य के बारे में जानना चाहता है।' राफेल डील को लेकर भी उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, 'मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी से राफेल खरीदे हैं। मोदी जी पेरिस गए और खुद सौदे में बदलाव किया। इससे पहले राफेल का कॉन्ट्रेक्ट हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को दिया गया था। उन्होंने एचएएल से कॉन्ट्रेक्ट वापस ले लिया और अपने मित्र को दे दिया।'
राहुल गांधी शनिवार को चार दिन के कर्नाटक दौरे पर शनिवार को बेल्लारी पहुंचे। दौरे की शुरुआत उन्होंने मंदिर दर्शन से की। इससे पहले राहुल गुजरात में अपने 85 दिन के प्रचार अभियान में 27 मंदिरों में गए थे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, राहुल शनिवार को अपने कर्नाटक दौरे की शुरुआत कोप्पल जिले के हुलीगेमा मंदिर से की। उसके बाद राहुल सिद्धेश्वरा मठ भी गए। बेल्लारी के होसपेट में राहुल ने एक यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
चूंकि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है इसलिए चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मुख्य फोकस राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाना होगा। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के कोर वोट लिंगायत को कांग्रेस के पाले में लाने की कोशिश करेंगे। कर्नाटक में पहले चरण का प्रचार अभियान ऐसी जगहों में रहेगा जहां लिंगायत की आबादी सबसे ज्यादा है। ये इलाका हैदराबाद-कर्नाटक का इलाका बोला जाता है। कांग्रेस का ध्यान कर्नाटक के आदिवासी क्षेत्रों पर भी है।
राहुल गांधी के सामने सबसे बड़ी चुनौती कर्नाटक का गढ़ बचाने की है। कांग्रेस यहां पर पांच साल से सत्ता में है। जाहिर है उसे इस चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ेगा। भाजपा ने यहां बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने शायद सिद्धारमैया के नेतृत्व में ही यह चुनाव लड़ने का मन बनाया है।