महंत नृत्य गोपाल की खुली धमकी; राम मंदिर निर्माण में देरी मोदी और भाजपा के लिए घातक
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अलीगढ़ (उप्र.) : अयोध्या राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर केंद्र सरकार को धमकी भरे अंदाज में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में शीघ्र ही राम मंदिर का निर्माण नहीं कराया तो यह भाजपा और मोदी के लिए घातक होगा, आने वाले चुनाव में जनता उन्हें नकार देगी।
अलीगढ़ में मी़डिया से बातचीत में महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा, मोदी के सामने राष्ट्र के साथ-साथ और भी समस्याएं हैं। मोदी अपना और अपनी पार्टी का कल्याण चाहते हैं तो जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दें। इसी में उनका भी भला है और पार्टी का भी भला है। रामजी के राज में देर है अंधेर नहीं।
महंत ने कहा, हम मोदी-योगी की सरकार से खुले तौर पर कहते हैं, आपको शासन के लिए ही नहीं, मंदिर निर्माण के लिए भी भेजा गया है। मंदिर निर्माण करते हैं तो उनका भी भला है पार्टी का भी भला है और यदि मंदिर निर्माण नहीं करते हैं तो उनका भी बंटाधार और पार्टी का भी बंटाधार होगा।
राम मंदिर को भूलकर पीएम मोदी के मस्जिदों में चक्कर लगाने वाले नए रूप के दृष्टिकोण पर उन्होंने कहा कि पीएम की गद्दी ही ऐसी है। केंद्र की गद्दी मुसलमानों के चक्कर में रहती है। अब मोदी भी मुसलमानों के चक्कर लगाएं तो कौन सी बड़ी बात है। शहर-गांव में आवारा घूम रहे पशुओं के लिए कहा कि सरकार को विशेष योजना चलाकर इन पशुओं को जंगल में एक स्थान चयनित कर वहां पहुंचाया जाए ताकि किसानों की फसल को ये जानवर नुकसान न पहुंचा सकें।
गोशाला की मांग कर रहे लोगों को जेल में डालने वाला अपराधी है। संतों की हत्या के बारे में पूछा गया तो कहा कि संतों की कोई हत्या नहीं हुई है। राम मंदिर बनने से मुख्य मुद्दा खत्म होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर के बनने से उनका मुद्दा खत्म नहीं होगा, बल्कि मुद्दा और प्रबल हो जाएगा।
जब पत्रकारों ने महंत नृत्य गोपाल से मोहन भागवत के हाल के बयानों के बारे पूछा तो उन्होंने कहा कि हमने पढ़ा नहीं। चाहे प्रवीण भाई तोगड़िया का मसला हो या एससी/एसटी एक्ट का विवाद हो। इन सभी सवालों पर महाराज ने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। हम दो महीने से बाहर थे। टीवी, अखबार, रेडियो आदि कुछ देखते नहीं हैं। इसलिए हम इस संबंध में कुछ नहीं कह सकते हैं।
महंत नृत्य गोपाल दास के इस बयान को लेकर भाजपा, आरएसएस और तमाम हिन्दुवादी संगठनों में खलबली मच गई है। अयोध्या एक बार फिर से चर्चाओं के केंद्र में आ गया है। विश्व हिंदू परिषद ने आगामी 5 अक्टूबर को संतों की एक बैठक बुलाई है। संतों की इस समिति में देश भर के 36 प्रमुख संतों को बुलाया गया है। माना जा रहा है कि संतों की ये समिति राम मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा का ऐलान कर सकती है।