ना 7RCR, ना एकात्म बल्कि ये है अब पीएम के आवास का नया पता
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री के सरकारी आवास का पता बदल गया है। अब ना तो इसे 7 RCR के तौर पर जाना जाएगा, ना एकात्म मार्ग के नाम से बल्कि नया नाम होगा 7 LKM यानी लोक कल्याण मार्ग। एनडीएमसी की बुधवार को हुई मीटिंग में इस पर सहमति बनी। हालांकि इससे पहले, नई दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने एनडीएमसी को लेटर लिखकर नया पता 7 एकात्म मार्ग करने का प्रस्ताव दिया था।
एकात्म पर नहीं बनी बात
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा- 'एनडीएमसी (नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल) की मीटिंग में कई सुझाव आए, लेकिन नया पता 7 लोक कल्याण मार्ग करने पर रजामंदी बनी है।' बता दें कि केजरीवाल भी काउंसिल के मेंबर हैं। इससे पहले, मीनाक्षी लेखी के प्रस्ताव का आप ने यह कहते हुए विरोध किया था कि नाम बदलने में आरएसएस की विचारधारा नहीं दिखनी चाहिए। बैठक में एनडीएमसी सदस्य मीनाक्षी लेखी और केजरीवाल दोनों ही मौजूद थे। इस दौरान सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पास किया गया। लेखी ने बाद में कहा- 'मैं खुश हूं कि रोड का नाम पूरी सहमति के साथ बदला गया।'
क्या कह रही थी आप?
दिल्ली कैंट से आप के विधायक और एनडीएमसी के मेंबर सुरिंदर सिंह ने कहा, ‘मेरे विधानसभा क्षेत्र के कई रिटायर्ड सैनिकों ने मुझसे कॉन्टेक्ट किया। वे चाहते हैं कि सड़क का नाम किसी सैनिक के नाम पर रखा जाए।’'रेस कोर्स रोड का नाम किसी सैनिक के नाम पर होना चाहिए। मैं प्रस्ताव देता हूं कि इसे 1965 के युद्ध के हीरो रहे फ्लाईट लेफ्टिनेंट निर्मलजीत सिंह सेखों के नाम पर रखा जाए जिन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानी दे दी। रोड का नाम बदलने में आरएसएस की विचारधारा नहीं दिखनी चाहिए। रेसकोर्स रोड पर वायुसेना के 2 स्टेशन भी हैं।'
लेखी का तर्क
एनडीएमसी अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में लेखी ने कहा था- 'देश इस साल दीन दयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी मना रहा है। एकात्म वर्ड रोड के नाम के रूप में लोगों को याद रहे, इसके लिए मैं आपसे एक रिक्वेस्ट कर रही हूं। पीएम आवास जिस रेस कोर्स रोड पर स्थित है, लेकिन इस रोड का यह नाम भारतीय संस्कृति से मेल नहीं खाता है।' सो उनका सुझाव था कि नाम एकात्म मार्ग कर दिया जाए। लेखी का कहना था कि यह शब्द एकात्म मानव से लिया गया है जो दीन दयाल उपाध्याय की फिलॉसफी 'इंटीग्रल ह्यूमैनिज्म' का सार है।'
बता दें कि दीन दयाल उपाध्याय को भाजपा का विचारक माना जाता है। मीनाक्षी लेखी ने लेटर में यह भी सुझाव दिया था कि नए नाम का एलान 25 सितंबर को किया जा सकता है। बता दें कि उस दिन पीएम नरेंद्र मोदी दीन दयाल की 100वीं जयंती पर समारोहों की शुरुआत करेंगे।
कई मार्गों के पहले भी बदले हैं नाम
इससे पहले जिन अहम रास्तों के नाम बदले गए उनमें कनॉट सर्कस का नाम इंदिरा चौक किया गया। इसी तरह कनॉट प्लेस का नाम बदलकर राजीव चौक रखा गया। कैनिंग रोड को माधव राव सिंधिया मार्ग में बदला गया और पिछले ही साल औरगंजेब रोड डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम रोड हुआ।