इसीलिए NaMo ने PK को खाने पर बुलाया था!
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर नरेंद्र मोदी के लिए 2019 में लोकसभा चुनाव प्रचार की कमान संभाल सकते हैं। सूत्रों के हवाले से यह खबर निकलकर आ रही है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रशांत किशोर की खाने पर मुलाकात हुई है जिसमें नमो ने पीके से हालात का हवाला देकर सत्ता बचाने की जुगत लगाने को कहा है। हालांकि इस मामले में प्रशांत किशोर के कैंप का कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि प्रशांत किशोर चुनावों के सिलसिले में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मिलते रहे हैं। उनका कहना है कि 2019 लोकसभा चुनाव पर प्रशांत किशोर का कोई भी फैसला कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही तय होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने प्रशांत किशोर को खाने पर बुलाया था। इन दिनों प्रशांत किशोर के पिता की तबीयत भी ठीक नहीं है जिसके चलते वह किसी भी चुनाव पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। खबरों के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी उनकी मुलाकात हुई है। मालूम हो कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले 2012 में गुजरात चुनाव के दौरान भी प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम किया था। फिर लोकसभा चुनाव के लिए भी। 2014 में भाजपा के चुनाव जीतने के बाद अमित शाह से मनमुटाव की वजह से प्रशांत किशोर बिहार चुनाव के दौरान नीतीश कुमार से जुड़े थे। फिर उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनाव में कांग्रेस के लिए भी काम किया था।