बेकाबू भीड़ पर राष्ट्रपति ने जताया ऐतराज, कहा- हमें कुछ देर रूक कर सोचने की जरूरत
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: भारत में बेकाबू भीड़ द्वारा दण्डित किए जाने की घटनाओं पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कड़े शब्दों में इसकी निंदा की है। सवाल किया है कि क्या हमारा समाज देश के मूल्यों को लेकर सजग है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी शांति और एकता की बात की।
उन्होंने शनिवार को कहा कि अगर भीड़ की आक्रामकता अनियंत्रित हो जाए या फिर बढ़ जाए तो हमें कुछ देर ठहर कर सोचने विचारने की जरूरत है, कि क्या हम वाकई में पर्याप्त तौर पर सर्तक हैं? नेशनल हेराल्ड के स्मृति संस्करण समारोह में राष्ट्रपति ने कहा- मैं जागरूकता की बात नहीं कर रहा हूं, मैं ये कह रहा हूं कि क्या हम देश के मूल सिद्धांतों को बचाने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं?
समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कॉंग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। इस दौरान सोनिया गांधी ने नेशनल हेराल्ड की समृद्ध परम्परा को याद किया। उन्होंने इस प्रकाशन से जुड़े लोगों की कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण की बात की।
कहा- यह प्रकाशन दरअसल उन अभूतपूर्व नेताओं की गवाही देता है जिन्होंने इस धरती की आत्मा को बचाए रखने के लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठ कर काम किया। देश के महान नेता एकता, शांति और इंसाफ के रास्ते पर चले, बंटवारे और संघर्ष के रास्ते पर नहीं। लेकिन आज हम जाति, वर्ग, धर्म और क्षेत्र के आधार पर तेजी से बंटते जा रहे हैं।
इससे पहले प्रणब मुखर्जी ने आजादी के 70वें साल के अवसर पर नेशनल हेराल्ड के स्मृति संस्करण की लॉन्चिंग की। मुखर्जी ने इसकी वेबसाइट की भी शुरुआत की।