नेतागिरी की अब खैर नहीं; प्रणब मुखर्जी ने लांच किया जवाबदेही तय करने वाला 'नेता ऐप'
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी तरह के पहले 'नेता ऐप' को लॉन्च किया, जिसके माध्यम से मतदाता अपने राजनैतिक प्रतिनिधियों को रेटिंग दे सकेंगे। नेता ऐप राजनेताओं की जवाबदेही को सुनिश्चित करेगा और बताएगा कि मतदाता एक राजनेता के काम को किस तरह आंक रहे हैं।
राष्ट्रपति कार्यकाल के अनुभव को किताब की शक्ल देंगे प्रणब
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान हुई सर्जिकल स्ट्राइक, विमुद्रीकरण और अन्य प्रसिद्ध घटनाओं के अंदर की कहानी पर एक किताब लिखेंगे। यह किताब उनकी आत्मकथा श्रृंखला के चौथे हिस्से के रूप में होगी।
प्रणब की तारीफ में आडवाणी ने पढ़े कसीदे, कहा- उनका संघ मुख्यालय जाना इतिहास की अहम घटना
लालकृष्ण आडवाणी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय जाने और भारतीय राष्ट्रवाद पर विचार व्यक्त करने को देश के समसामयिक इतिहास की महत्वपूर्ण घटना बताया है। उन्होंने कहा, 'दोनों ने भारत की एकता की जरूरत को रेखांकित किया है जो विविधताओं को स्वीकार और सम्मान करती है।
सरसंघचालक बोले- संघ जो है वही रहेगा, प्रणब मुखर्जी जो हैं वही रहेंगे तो फिर हंगामा किस बात का
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संघ मुख्यालय के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर उठे विवाद के बीच सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि ये बिना मतलब की बहस है। प्रणब मुखर्जी के भाषण से ठीक पहले अपने संबोधन में भागवत ने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद मुखर्जी भी वही बने रहेंगे जो वो हैं और संघ भी वही बना रहेगा जो वो है।
प्रणब ने संघियों को पिलाई राष्ट्रवाद की घुट्टी, कहा- 'वसुधैव कुटुम्बकम्' तथा 'सर्वे भवन्तु सुखिन' जैसे विचारों पर आधारित है हमारा राष्ट्रवाद
खुद को प्रखर राष्ट्रवादी कहने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक समेत सैकड़ों आरएसएस कार्यकर्ताओं को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाते हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि हमारा राष्ट्रवाद वसुधैव कुटुम्बकम तथा सर्वे भवन्तु सुखिन: जैसे विचारों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा बहुलतावाद एवं सहिष्णुता में बसती है।
दाल में कुछ तो काला है; प्रणब दा ने बदली अपनी विचारधारा या संघ ने खोया अपना स्वाभिमान
देश के पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी आरएसएस के कार्यकर्ताओं को आगामी 7 जून को संबोधित करेंगे। आरएसएस ने 7 और 8 जून को नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में अंतिम वर्ष के स्वयंसेवकों के विदाई समारोह में पूर्व राष्ट्रपति को आमंत्रित किया है।
प्रणब मुखर्जी ने खोला बड़ा राज; बताया- 2004 में इसलिए हारी थी अटल की भाजपा
गुजरात में 2002 में हुए दंगे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार पर 'संभवत: सबसे बड़ा धब्बा' था और इसी वजह से 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता गंवानी पड़ी थी। यह बात पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी आत्मकथा 'द कोलिशन ईयर्स : 1996-2012' के तीसरे संस्करण में 'फर्स्ट फुल टर्म नॉन कांग्रेस गवर्नमेंट' चेप्टर में बयां की है।
प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब में किया ये बड़ा खुलासा
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी नई किताब 'द कोलिशन ईयर्स' के जरिए बड़ा खुलासा किया है। प्रणब दा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सीताराम केसरी ने साल 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री आईके गुजराल की संयुक्त मोर्चा की सरकार को अस्थिर करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। प्रणब ने इसकी वजह सीताराम केसरी के खुद के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा बताया है।
भारत सिर्फ भौगोलिक सत्ता नहीं, सहिष्णुता और बहुलवाद में बसती है देश की आत्मा : प्रणब मुखर्जी
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्र के नाम अपने अंतिम संबोधन में कहा है कि भारत की आत्मा, बहुलवाद और सहिष्णुता में बसती है। भारत सिर्फ एक भौगोलिक सत्ता नहीं है। इसमें विचार, दर्शन, वौद्धिकता, शिल्प, नवान्वेषण और अनुभव का इतिहास है। संस्कृति, पंथ और भाषा की विविधता भारत को विशेष बनाती है।
अजब-गजब नीतीश; पहले राहुल से चर्चा, फिर PM मोदी संग डिनर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रात्रिभोज में शामिल हुए। अपनी चार दिवसीय दिल्ली यात्रा के दौरान दोपहर दिल्ली पहुंचे नीतीश ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की। नीतीश 25 जुलाई को नव निर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण में भी शामिल होंगे।