करगिल शहीद की बेटी के समर्थन में उतरे राहुल, कहा- असहिष्णुता और अन्याय के खिलाफ उठी हर आवाज में गुरमेहर
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में उठे विवाद पर सियासत गरमा गई है। डीयू की छात्रा और करगिल युद्ध के शहीद की बेटी गुरमेहर कौर के समर्थन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी खुलकर मैदान में आ गए हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट कर गुरमेहर कौर को अपना समर्थन देते हुए कहा कि भय और अत्याचार के खिलाफ हम अपने छात्रों के साथ खड़े हैं। असहिष्णुता और अन्याय के खिलाफ उठी हर आवाज में गुरमेहर कौर होगी।
Agnst tyranny of fear we stand with our students.For every voice raised in anger,intolerance&ignorance there'll be a Gurmehar: RG(file pic) pic.twitter.com/USWYDWWCGd
— ANI (@ANI_news) February 27, 2017
इस पूरे विवाद पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अलगाववाद का समर्थन कोई कैसे कर सकता है? जम्मू-कश्मीर की आजादी के नारे कैसे लगाने दिए जा सकते हैं। जिन लोगों ने आपातकाल लगाया, जिन लोगों ने मीडिया पर सेंसर लगाया और जिन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट की शक्ति घटाने की कोशिश की, वे हमें उपदेश दे रहे हैं।
वेंकैया ने कहा कि कैंपसों में जाकर राजनीति की जा रही है और छात्रों को भड़काया जा रहा है, यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। दूसरों की भावनाओं को आहत करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में शामिल नहीं है। असहमति का स्वागत है लेकिन अलगाववाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
गुरमेहर कौर ने फेसबुक पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खिलाफ मोर्चा खोला था और कहा था कि वह एबीवीपी से नहीं डरतीं। सोमवार को गुरमेहर कौर मीडिया के सामने आईं तो उनका तेवर और सख्त दिखा। गुरमेहर ने एबीवीपी पर सीधा पलटवार करते हुए कहा कि मुझे कोई देशभक्ति मत सिखाए। गुरमेहर ने कहा कि सभी छात्रों को उनके साथ इस जंग में शामिल होना चाहिए।
दरअसल गुरमेहर कौर पिछले चार दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। रामजस कॉलेज में उमर खालिद के विरोध में छात्रों की झड़प के बाद वह लगातार एबीवीपी के खिलाफ अभियान चला रही हैं। उनकी दलील है कि वह तंग सोच की सियासी विचारधारा को दिल्ली विश्वविद्यालय में पनपने नहीं देंगी। गुरमेहर को अभियान के समर्थन के साथ-साथ विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। उसे धमकियां दी जा रही हैं।