कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में राहुल ने भरी हुंकार, मोदी सरकार को घेरा और की 'दिल की बात'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : साल 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने बिगुल फूंक दिया है। रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत पार्टी के तमाम शीर्ष नेता इकट्ठे हुए। इस जनसभा को इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि यह कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आयोजित किया गया है।
देशभर से आए नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा पर सीधा हमला किया। डोकलाम, किसानों पर कर्ज, भ्रष्टाचार, न्यायपालिका से टकराव जैसे तमाम मुद्दों पर राहुल गांधी ने सीधे तौर पर मोदी सरकार को घेरा। राहुल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चार जज जनता के सामने आकर न्याय मांगते हैं, लेकिन मोदी जी चुप रहते हैं। अदालत, चुनाव आयोग से लेकर आईआईटी और आईआईएम जैसे सभी संस्थानों में आरएसएस के लोगों को घुसाया जा रहा है। हर मंत्री के पास आरएसएस का ओएसडी है लेकिन मोदी जी चुप हैं। मोदी जी ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन चार साल में रोजगार तो छोड़िये, बीते 8 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है। जीएसटी को एक बार फिर गब्बर सिंह टैक्स करार देते हुए राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने असंगठित क्षेत्र को तबाह कर दिया है। चीन 24 घंटे में 50,000 रोजगार देता है, जबकि भारत 24 घंटे में सिर्फ 450 रोजगार ही पैदा कर पा रहा है।
कार्यकर्ताओं से राहुल गांधी ने की दिल की बात
जन आक्रोश रैली के दौरान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी हालांकि मोदी सरकार पर पूरी तरह से हमलावर रहे। लेकिन इसी दौरान राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने दिल की भी बात की। हाल ही में अपने विमान में आई तकनीकी गड़बड़ी की घटना का भी राहुल ने जिक्र किया। पहले तो अपना भाषण पूरा कर राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बगल में जाकर बैठ गए थे, पर कुछ देर बाद वह दोबारा उठे और अपने दिल की एक बात बताने के लिए माइक के सामने पहुंच गए। राहुल को दोबारा माइक पर देख कार्यकर्ता भी ठिठक गए। उस समय कार्यकर्ताओं से 'वक्त है बदलाव का' के नारे लगाए जा रहे थे। कार्यकर्ता भी अपनी जगह से खड़े हो गए थे पर राहुल की आवाज सुन सभी एक बार फिर अपनी-अपनी जगहों पर जम गए। दोबारा माइक संभालते हुए राहुल ने कहा, 'आप कांग्रेस के कार्यकर्ता हो, मैं आपको रिपोर्ट करता हूं। मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं। पहले सोचा था कि नहीं बताऊंगा। फिर सोचा परिवार के लोग हैं तो बता देता हूं। अपने दिल की बात बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 2-3 दिन पहले हम कर्नाटक जा रहे थे, हम हवाई जहाज में थे और अचानक हवाई जहाज 8 हजार फुट नीचे आ गया। मैंने सोचा, गाड़ी गई... तभी मेरे दिमाग में आया कि मैं कैलास मानसरोवर की यात्रा करूंगा। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान है। कर्नाटक चुनाव के बाद मुझे आपसे (कार्यकर्ताओं से) 10-15 दिन की छुट्टी चाहिए ताकि मैं कैलास मानसरोवर जा सकूं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के 15 सबसे बड़े उद्योगपतियों का 2.5 लाख करोड़ रुपये का कर्जा माफ कर दिया जाता है, लेकिन देश के किसानों का कोई कर्ज माफ नहीं किया जाता। मैं उनके दफ्तर गया और कहा कि आपने 15 लोगों का कर्ज माफ किया है। आप देश के किसानों का कर्ज माफ करो, लेकिन मोदी जी ने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के बिना इस देश का किसान जी नहीं सकता। यदि कांग्रेस खड़ी नहीं होती तो हिंदुस्तान के किसानों की सब जमीन नरेंद्र मोदी छीनकर ले जाते। देशभर में दलितों, आदिवासियों पर अत्याचार किया जा रहा है। हर प्रदेश में दलितों और अल्पसंख्यकों की हत्या होती है, लेकिन पीएम मोदी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है।
इशारों-इशारों में खुर्शीद को नसीहत दे गए राहुल
हाल ही में अपने बयान से पार्टी को असहज करने वाले सलमान खुर्शीद को भी राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में नसीहत दी। राहुल ने कहा, कभी-कभी हमारी पार्टी में भी अलग-अलग राय होती है। कुछ ही दिन पहले उन्होंने अलग राय दी। मैं इस मंच से मानने को तैयार हूं कि हमारी पार्टी में अलग-अलग विचार होंगे, मैं उन्हें बढ़ने दूंगा। मगर एक बात मैं जरूर कहना चाहता हूं कि मैं ही सलमान खुर्शीद की रक्षा करूंगा। लेकिन मैं यह भी कहना चाहता हूं कि जब पार्टी आरएसएस और भाजपा से लड़ाई लड़ रही है, तब हम सबको मिलकर और प्यार से काम करना होगा। राहुल ने पार्टी एकता पर जोर देते हुए कहा, हम भाजपा की तरह नहीं हैं, जहां सिर्फ एक ही विचारधारा है और एक ही बात सुनी जाती है, वह है नरेंद्र मोदी की। हमारे यहां सबकी बात सुनी जाती है, सभी लोगों को अपनी बात रखने का हक है। भाजपा में मंच से मोदी या अमित शाह ऐसी बात नहीं कर सकते हैं। उनकी पार्टी में न अरुण जेटली का आदर होगा, न ही आडवाणी जी का आदर होगा और न ही मुख्यमंत्रियों का। वहां सिर्फ नरेंद्र मोदी का सम्मान होगा और दूसरे नंबर पर अमित शाह का। लेकिन, कांग्रेस पार्टी में सभी नेताओं का सम्मान होता है। यही सोच देश को आगे ले जाएगी और भाईचारे को फैलाएगी। राहुल ने कहा, मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं और मैं कहना चाहता हूं कि आप चाहे युवा हों या फिर बुजुर्ग हों। आपको पूरा आदर मिलेगा और जगह मिलेगी। चाहे 18 साल का कार्यकर्ता हो या फिर 90 साल का नेता, आप सबका इस पार्टी में आदर होगा। यदि कोई आपका कोई अनादर करेगा तो फिर मैं उस पर कार्रवाई करूंगा।
राहुल ने कहा, पीएम मोदी कहते थे कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ लेकिन बीते 70 साल में पहली बार प्रधानमंत्री को विदेश में बताया गया कि आप महिलाओं के साथ ठीक नहीं कर रहे हैं। डोकलाम में चीन घुस रहा है, लेकिन पीएम मोदी वहां बिना एजेंडे के गए, इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले। राहुल ने कहा, कोई भी इमारत बिना पानी के नहीं बन सकती और यह पानी कांग्रेस है। आरएसएस और भाजपा के लोग नफरत फैलाते हैं, क्रोध फैलाते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए राहुल ने कहा कि आप गुजरात में खड़े हुए तो नतीजा दिखा। गुजरात और केंद्र की सरकार का दम, सीबीआई, सीआईडी का दम लगा, लेकिन हमने उन्हें सी प्लेन में बिठा दिया। कांग्रेस का कार्यकर्ता शेर का बच्चा है। देश के हर राज्य में हमारे कार्यकर्ताओं ने जान दी है। यह सत्ता के लिए नहीं बल्कि सत्य के लिए दी गई है। हम सत्य के साथ खड़े होते हैं, जबकि नरेंद्र मोदी सत्ता के पीछे छिपे हुए हैं।