राहुल गांधी ने आरएसएस को बताया भारत का मुस्लिम ब्रदरहुड
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और भारतीय जनता पार्टी पर हमला लगातार जारी है। शुक्रवार को लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस को अरब देशों में सक्रिय कट्टरपंथी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड के जैसा बताया।
राहुल ने लंदन के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटजिक स्टडीज (आईआईएसएस) में दिए अपने संबोधन में कहा, आरएसएस की विचारधारा वैसी ही है जैसी अरब देशों में सक्रिय मुस्लिम ब्रदरहुड की है। आरएसएस देश की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है। दूसरी पार्टियों ने देश के संस्थानों पर कब्जे की कोशिश कभी नहीं की, लेकिन आरएसएस लगातार इस कोशिश में है। आरएसएस इन मंसूबों को भाजपा के जरिए अमल में ला रहा है। राहुल ने इसका उदाहरण भी दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, नोटबंदी का विचार सीधे आरएसएस की तरफ से प्रधानमंत्री के दिमाग में डाला गया था। इस पर उन्होंने तुरंत अमल भी किया और इस बारे में केंद्रीय वित्त मंत्री ने भारतीय रिजर्व बैंक के विचार को भी नजरंदाज़ कर दिया। उन्होंने कहा, जब आप इस तरह संस्थानिक ढांचे की अनदेखी करते हैं तो देश की ताकत को बढ़ाते नहीं बल्कि कम ही करते हैं।
राहुल गांधी के इस विचार पर भाजपा की ओर से काफी सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की गई।
भाजपा की ओर से ट्वीट में कहा गया, राहुल गांधी जी! क्या आपने देश के ख़िलाफ़ सुपारी ले रखी है? क्या आप भाड़े के हत्यारे हैं? पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस पर तुरंत पत्रकार वार्ता की जिसमें उन्होंने कहा, राहुल गांधी सांसद हैं। वे देश की प्रमुख पार्टी के अध्यक्ष हैं लेकिन उनमें न परिपक्वता है, न ही देश के बारे में समझ। इसीलिए वे भारत सरकार की विचारधारा को मुस्लिम ब्रदरहुड जैसा बता रहे हैं। पात्रा ने कहा, राहुल में एक ही गुण है, प्रधानमंत्री के खिलाफ नफरत का।