...तो क्या 2019 से पहले अयोध्या में बन जाएगा भव्य राम मंदिर?
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : राम मंदिर निर्माण आंदोलन को गति देने के लिए हिंदू संगठनों का महासंघ यूनाईटेड हिंदू फ्रंट ने दावा किया है कि इस साल अक्टूबर तक वह 11 लाख कार सेवकों की टोलियां बनाएगा। फ्रंट के महासचिव जयभगवान गोयल ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि जूना अखाड़े के महामंत्री और यूनाईटेड हिंदू फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरिजी की अध्यक्षता में फ्रंट की हिंदू महासभा भवन में एक बैठक हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया।
राम मंदिर बनाने की तैयारी पूरी : नृत्यगोपाल दास
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण आंदोलन के अगुवा और श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने भी कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में ही अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि रामजन्म भूमि का मुद्दा कोर्ट का विषय नहीं है। हिन्दू भावना, राष्ट्र भावना का विषय है। हिन्दुओं की आस्था श्रीराम व श्रीराम जन्मभूमि के प्रति है। पहले वहां एक तथाकथित ढांचा था। इसे तथाकथित लोग बाबरी मस्जिद करते हैं। वह ढांचा था, उसे तो राम के सेवकों ने ध्वस्त कर दिया। अब वह सिर्फ श्रीराम जन्मभूमि रह गई है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।
सरकार के स्तर पर भी चल रही है तैयारी!
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन की मानें तो अमृतसर की दर्ज पर अयोध्या का विकास किया जाएगा। पिछले दिनों प्रमुख सचिव पर्यटन एवं सूचना अवनीश अवस्थी केंद्र की तरफ से भेजी गई एजेंसी की टीम के साथ अयोध्या पहुंचे। उन्होंने सरयू तट पर पर्यटन विभाग की जमीन का निरीक्षण किया। वहीं, अटकी परियोजनाओं की बाधाओं को दूर करने के उपाय सुझाते हुए अफसरों से प्रस्ताव भी मांगे। प्रमुख सचिव के मुताबिक, अयोध्या को पर्यटन के लिए मूलभूत सुविधाओं से लैस करते हुए भव्य स्वरूप दिया जाएगा। करीब 300 करोड़ के केन्द्रीय बजट के जरिए प्रॉजेक्ट्स तैयार कर अयोध्या को अमृतसर की तर्ज पर विकसित करने की योजना है।