...तो क्या 2019 से पहले अयोध्या में बन जाएगा भव्य राम मंदिर?
राम मंदिर निर्माण आंदोलन को गति देने के लिए हिंदू संगठनों का महासंघ यूनाईटेड हिंदू फ्रंट ने दावा किया है कि इस साल अक्टूबर तक वह 11 लाख कार सेवकों की टोलियां बनाएगा। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने भी कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। तो क्या यह माना जाए कि 2019 से पहले-पहले राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा?
भाजपा की रामायण का जवाब रामलीला से देंगे अखिलेश !
विधानसभा चुनावों से पहले राम नाम पर राजनीति ने रफ्तार पकड़ ली। भाजपा के रामायण म्यूजियम का जवाब समाजवादी पार्टी अंतर्राष्ट्रीय रामलीला थीम पार्क से देगी। वो भी उसी अयोध्या में जहां भगवा पार्टी अपने संग्रहालय की योजना बना रही है। अखिलेश सरकार ने इस बाबत सरयू नदी के तट को चुना है और इसकी मंजूरी भी दे दी है।
राहुल पहुंचे अयोध्या, 26 साल बाद पहुंचा गांधी परिवार का कोई सदस्य
मिशन यूपी को धार देने की कवायद के तहत करीब 26 साल बाद गांधी-नेहरू परिवार के किसी सदस्य ने भगवान राम की धरती पर कदम रखा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी किसान यात्रा के चौथे दिन शुक्रवार को यहां पहुंचे। उन्होंने हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शन कर महंत ज्ञान दास से मुलाकात की जिन्होंने राहुल को प्रधानमंत्री बनने का आर्शीवाद दिया। इस दौरान राहुल विवादित ढांचे से करीब एक किमी दूर ही रहे।
राम मंदिर का निर्माण मेरे जीते जी : सरसंघचालक
सरसंघचालक मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण के बारे में अहम बयान में कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर मेरे जीते जी ही बनेगा। कोलकाता में बुधवार रात एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख ने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर के लिए सावधानी से योजना बनानी होगी। उम्मीद है कि राम मंदिर मेरी जिंदगी में ही बन जाएगा।'
भगवान राम पर भाजपा और सपा आमने-सामने
उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) और केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच एक बार फिर भगवान राम को लेकर टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। यह नया मुद्दा कोष के अभाव में अयोध्या में लंबे समय से चली आ रही रामलीला के साथ राम कथा को रोके जाने को लेकर है
विहिप की सभा पर प्रतिबंध दुर्भाग्यपूर्ण : भाजपा
विश्व हिंदू परिषद की अयोध्या में प्रस्तावित संकल्प सभा पर प्रतिबंध को भाजपा के नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण, असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक करार दिया है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और पार्टी के पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी सिंह ने कहा कि अखिलेश सरकार वोट बैंक की राजनीति के आधार पर काम कर रही है।