दावोस में PM मोदी यह भी बताएं कि एक फीसदी भारतीय के पास देश का 73 प्रतिशत धन क्यों? : राहुल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) को संबोधित करने के तुरंत बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कटाक्ष करते कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शीर्ष वैश्विक मंच को यह बताना चाहिए कि क्यों एक फीसदी भारतीय आबादी के पास देश की कुल संपत्ति का 73 फीसदी है।
पीएम मोदी के भाषण के तुरंत बाद मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत में पनप रही गरीबी और आर्थिक असमानता की बढ़ रही खाईयों का जिक्र कर उन पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने हाल ही में आए एक सर्वे का जिक्र करते हुए ट्विटर हैंडल पर कहा, 'डियर पीएम, स्विटजरलैंड में आपका स्वागत है! कृपया दावोस को बताएं कि भारत की कुल संपत्ति का 73 प्रतिशत सिर्फ एक फीसदी लोगों के पास क्यों है?'
Dear PM,
Welcome to Switzerland! Please tell DAVOS why 1% of India’s population gets 73% of its wealth? I’m attaching a report for your ready reference. https://t.co/lLSNOig5pE— Office of RG (@OfficeOfRG) January 23, 2018
वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि मौजूदा वक्त में देश में किसी प्रकार का निवेश नहीं हो रहा है, रोजगार का अकाल पड़ा हुआ है। आनंद शर्मा ने कहा, 'देश की 73 प्रतिशत संपत्ति एक प्रतिशत लोगों के पास है। अगर प्रधानमंत्री गरीबों को छोड़कर उनकी बातें करते हैं तो यह सही नहीं है। हम पीएम से निवेदन करते हैं कि वे गरीबों के मुद्दे को, बेरोजगारी और असमानता के मुद्दे को संबोधित करें।'
दरअसल दावोस में एक गैर सरकारी संस्था ऑक्सफैम की तरफ से जारी किये गए इस रिपोर्ट से ये बात सामने आई है कि भारत में अमीरी और गरीबी के बीच खाई लगातार बढ़ रही है। दावोस में इकनॉमिक समिट शुरू होने के कुछ देर पहले जारी किये गए इंटरनेशनल राइट्स ग्रुप ऑक्सफैम की इस रिपोर्ट के अनुसार गरीबों की आधी आबादी यानी करीब 67 करोड़ भारतीयों की संपत्ति में सिर्फ 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
सर्वेक्षण के निष्कर्ष प्रसिद्ध अर्थशास्त्री लुकास चांसेल व थॉमस पिकेटी के बीते साल प्रकाशित अध्ययन के समान है, जिससे इस सिद्धांत को बल मिला है कि उदारीकरण से अमीरों को बेहिसाब फायदा पहुंचा है और दूसरे लोग संघर्ष करते रहे हैं। मालूम हो कि नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्विट्जरलैंड के दावोस में डब्ल्यूईएफ में हिस्सा लिया और उद्घाटन भाषण दिया।