वंशवाद से मुक्ति के लिए वोट फॉर इंडिया : मोदी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
पणजी : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोला और कहा कि वंशवाद से मुक्ति के लिए इस बार सिर्फ वोट फॉर इंडिया। गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित `विजय संकल्प रैली` को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक विकृत व्यवस्था बन गई है और इस बीमारी से देश को मुक्ति दिलानी है। कांग्रेस ऐसी संस्कृति की प्रतीक बन गई है जिसमें ‘भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति, पितृ सत्ता, सांप्रदायिकता, वोट बैंक की राजनीति’ है, वहीं भाजपा देश से इन सभी बुराइयों को हटाने के लिए संकल्पित है।
मिशन-2014 और मिशन-272 प्लस के लिए अभियान में जुटे नरेंद्र मोदी ने अपने आक्रामक अंदाज में कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि यूपीए सरकार महंगाई कम करने, युवाओं को रोजगार देने, भ्रष्टाचार को मिटाने के वादे को पूरा नहीं कर पाई है। अगर परिवार का कोई सदस्य काम ना करें तो वो भी बोझ लगने लगता है। पूरी कांग्रेस का यही हाल है। ये पार्टी पिछले 50 सालों में देश को बहुत पीछे ले गई है। इसमें सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि उन्हें समर्थन देने वाले लोग भी दोषी हैं। पिछले 10 साल का लेखा-जोखा लें तो देश ने अभी तक के सबसे बुरे दिन देखे हैं।' मोदी ने कहा, 'केंद्र सरकार संघीय ढांचे को कमजोर कर रही है। लेकिन हम देश के संघीय ढांचे को मजबूत करेंगे।'
मोदी ने कहा, 'गृहमंत्री शिंदे की हिम्मत देखिए, सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर कह रहे हैं कि अगर गुनहगारों को गिरफ्तार करते हैं तो पहले ये जरूर देख लेना कि वह मुसलमान तो नहीं। मैं पूछता हूं कि क्या गुनहगार का कोई धर्म होता है? आपकी सोच होनी चाहिए कि संप्रदाय के आधार पर किसी बेकसूर की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए। शिंदे वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। श्रीमान शिंदे जी दिल्ली में बैठकर आपको राज्यों को कानून का पाठ पढ़ाने का कोई हक नहीं है। संघीय ढांचे को चोट न पहुंचाई जाए।'
मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, 'कल्पना कीजिए गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर अगर दिल्ली में होते तो क्या होता। सारे देश को पता चलता कि इतने पढ़े-लिखे इंसान में कितनी सादगी है। लेकिन क्या करें, वह गोवा में हैं दिल्ली में नहीं। मीडिया वालों को दिल्ली के बाहर कुछ दिखता नहीं है। देश में कई ऐसे नवरत्न हैं जो देश के लिए जीते हैं। मैं 12 साल से गुजरात की सेवा कर रहा हूं। टीवी की स्क्रीन पर और अखबार के पन्ने पर मैं हमेशा-हमेशा हारता रहा, कभी जीत नहीं पाया। न जगह बना पाया, न उनको जीत पाया। लेकिन जनता के दिलों से कभी हारा नहीं मैं। इसलिए अब देश को तय करना है कि टेलीविजन पर दिखने से देश का भला होगा या फिर धरती पर विजन देखने से भला होगा। देश को टेलीविजन की स्क्रीन पर चेहरा चाहिए या धरती पर विजन चाहिए। देश को आगे बढ़ाना है तो नई सोच चाहिए, नए तरीके से फैसले चाहिए, अनुभव की कसौटी पर कसे हुए लोग चाहिए। तभी भारत का भाग्य बदल सकता है।'
मोदी ने कहा, 'दोस्तों, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद करिए। वह पूरा समय '21वीं सदी आ रही है' का रट लगा रहे थे। लेकिन क्या 21वीं सदी के लिए देश को तैयार किया गया गया? किया तो क्या किया? मैं इतिहास को दोहराना नहीं चाहता। पूरी 20वीं सदी में आजादी के कालखंड को बर्बाद कर दिया गया। पिछले 10 साल का लेखा-जोखा लें तो देश ने अभी तक के सबसे बुरे दिन देखे हैं।
मोदी ने अपने भाषण में पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 'अब बस कुछ महीनों की बात है। हम पर्यावरण की रक्षा भी करेंगे, हम खनन में पारदर्शिता भी लाएंगे और खनन के द्वारा देश के अर्थतंत्र को आगे भी बढ़ाएंगे। देश में पर्यावरण मंत्रालय को लेकर तूफान मचा हुआ है। सारी फाइलें रोक दी जाती हैं। बिना पैसे के काम नहीं होता। लोग कहते हैं कि दिल्ली में 'जयंती टैक्स' चलता था। जयंती टैक्स के बिना पर्यावरण मंत्रालय में फाइल पास नहीं होती थी।' मालूम हो कि बीते साल के आखिरी महीने 21 दिसंबर को जयंती नटराजन ने संगठन में काम करने के लिए मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। वह केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थीं। उन्हीं पर मोदी ने निशाना साधा।
मोदी ने कहा, '2014 का चुनाव व्यक्ति या दल के लिए नहीं है। ये हिंदुस्तान के लिए वोट देने का चुनाव है। हमें वोट देश के लिए देना है। किसी जाति या बिरादरी या इलाके के लिए नहीं बल्कि भारत की भलाई के लिए वोट दें। हमारे लिए एक ही धर्म है इंडिया फर्स्ट। हमारा एक ही धर्मग्रंथ है भारत का संविधान।' मोदी ने भाषण के आखिर में कहा, 'रहने को घर के लिए, खाने को अन्न के लिए, बीमार की दवाई के लिए, सभी की भलाई के लिए, शिक्षा में सुधार के लिए, युवाओं को रोजगार के लिए, नारी के सम्मान के लिए, किसानों के कल्याण के लिए, स्वाबलंबी भारत के लिए, शक्तिशाली भारत के लिए, समृद्धशाली भारत के लिए, वंशवाद से मुक्ति के लिए, भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए, महंगाई से मुक्ति के लिए, भारत की एकता के लिए, एक भारत और स्वस्थ भारत के लिए, सुराज की राजनीति के लिए मैं सभी गोवा वासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कांग्रेस और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोला। उन्होंने मनमोहन सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'मनमोहन सिंह ने दो व्रत लिए हैं। एक तो जीवन भर कांग्रेस का समर्थन करने का और दूसरा जहां पर बोलना है वहां कुछ नहीं बोलने का। हालांकि पिछले दिनों एक प्रेसवार्ता में उन्होंने अपना मौनव्रत तोड़ा और कहा कि मोदी के पीएम बनने पर देश बर्बाद हो जाएगा।' अपने भाषण में राजनाथ ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी हमला किया और कहा कि अगर नेहरू समझदारी से काम लेते तो गोवा 1947 में ही आजाद हो जाता।