स्वच्छता मिशन हो या भ्रष्टाचार की लड़ाई, केंद्र और बिहार सरकार साथ-साथ : PM मोदी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मोतिहारी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि स्वच्छता मिशन हो, काला धन हो, भ्रष्टाचार की लड़ाई हो या फिर आपकी सुविधाओं की बात, केंद्र सरकार और नीतीश सरकार साथ चल रही है। उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी की इस कर्मभूमि पर 100 साल पुराने इतिहास को फिर से दोहराया जा रहा है।
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित 'सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह' कार्यक्रम में करीब 20 हजार स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंपारण की धरती ने 100 साल पहले एक ऐसा ही आंदोलन देखा था, जिसमें देश के विभिन्न जगहों से आए लोग गांधी के साथ चल दिए थे। आज एक बार फिर इस धरती से स्वच्छता आंदोलन की शुरुआत हुई है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में करते हुए इस क्षेत्र को नमन किया। उन्होंने कहा कि इसी धरती ने मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी और देश का बापू बना दिया। मोदी ने विभिन्न राज्यों से आए स्वच्छाग्रहियों से कहा कि इनमें आज भी गांधी के विचार, उनके अंश जिंदा हैं, तभी तो वे विभिन्न जगहों से आकर यहां बिहार की गलियों में घूम-घूमकर लोगों को स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं।
पिछले सौ वर्ष में भारत की तीन बड़ी कसौटियों के समय का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तब बिहार ने देश को रास्ता दिखाया था। जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था तो बिहार ने गांधी को महात्मा बना दिया, बापू बना दिया। स्वतंत्रता के बाद जब करोड़ों किसानों के सामने भूमिहीनता का संकट आया तब आचार्य विनोबा जी ने भू-दान आंदोलन शुरू किया। तीसरी बार जब देश के लोकतंत्र पर संकट आया तो जयप्रकाश जी उठ खड़े हुए और लोकतंत्र को बचा लिया।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर बिहार के मधेपुरा में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री के फेज-1 का लोकार्पण भी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये फैक्ट्री दो कारणों से अहम है- एक तो ये मेक इन इंडिया का उत्तम उदाहरण है और दूसरा ये इस क्षेत्र में रोजगार का भी बड़ा माध्यम बन रही है। उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष के अवसर पर मुझे एक नई ट्रेन का शुभारंभ करने का भी अवसर मिला है। ये ट्रेन कटिहार से पुरानी दिल्ली तक चला करेगी। इसका नाम चंपारण हमसफर एक्सप्रेस रखा गया है। आधुनिक सुविधाओं से लैस ये ट्रेन, दिल्ली आने-जाने में बहुत मददगार साबित होगी। पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी की जरूरतों को देखते हुए इन इलाकों में हाई-वे, रेलवे, वाटर-वे इन सभी का विकास तेज गति से हो रहा है।
मधेपुरा में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव रेल फैक्ट्री की खास बातें
अल्स्टॉम का दावा है कि मधेपुरा परियोजना से भारत में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 10,000 से अधिक नौकरियां पैदा होगी। मधेपुरा रेलवे लोकोमोटिव फैक्टरी 250 एकड़ में फैली हुई है। लोकोमोटिव के लिए एक परीक्षण ट्रैक भी है। इस कारखाने से सालाना 120 इलेक्ट्रिक इंजनों के उत्पादन क्षमता की उम्मीद है। 20,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना के तहत 11 सालों में 800 उन्नत हॉर्सपावर रेल इंजन बनने की उम्मीद है। अल्स्टॉम का दावा है कि भारत और फ्रांस दोनों के 300 से ज्यादा इंजीनियरों ने मिलकर भारतीय रेलवे के लिए इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव डिजाइन और इंजीनियरिंग काम से जुड़े हुए थे। यहां बने बिजली के इंजन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की उच्च गति प्राप्त करने में सक्षम होंगे। हरेक रेल इंजन की अनुमानित औसत लागत करीब 25 करोड़ रुपये होगी। अल्स्टॉम नागपुर (महाराष्ट्र) और सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में डिपो स्थापित कर रहा है जो लोकोमोटिव के निवारक और सुधारात्मक रखरखाव के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। मधेपुरा रेल फैक्ट्री में बना देश का सबसे पावरफुल इंजन WAG12 भारत में बना अभी तक का सबसे शक्तिशाली इंजन है। WAG12 इंजन के इस्तेमाल से भारतीय रेलवे को माल ढुलाई में आसानी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकोमोटिव फैक्ट्री प्रोजेक्ट को 2007 में मंजूरी दी गई थी। मंजूरी के बाद 8 साल तक इसकी फाइलों में पावर नहीं आ पाई। तीन साल पहले एनडीए सरकार ने इस पर काम शुरू करवाया और अब पहला फेज पूरा कर दिया गया है। पीएम मोदी ने 900 करोड़ रुपए के नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि औरंगाबाद से चोरदहा का जो सेक्शन अभी फोर लेन का है, उसे 6 लेन बनाने का काम आज से शुरू हो रहा है। ये प्रोजेक्ट बिहार और झारखंड, दोनों राज्यों के लोगों को फायदा पहुंचाएगा।
पीएम मोदी ने घर या फैक्ट्री के गंदे पानी को गंगा में जाने से रोकने के लिए बिहार में अब तक 3000 करोड़ से ज्यादा के 11 प्रोजेक्ट की मंजूरी दी जा चुकी है। इस राशि से 1100 किलोमीटर से लंबी सीवेज लाइन बिछाने की योजना है। आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें मोतिहारी झील के जीर्णोद्धार का प्रोजेक्ट भी शामिल है। पीएम ने कहा कि हमारा मोतिहारी शहर, जिस झील के नाम पर जाना जाता है, जो चंपारण के इतिहास का हिस्सा है, उसके पुनरुद्धार का कार्य आज से शुरू हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 प्रतिशत से कम था, लेकिन मुझे बताया गया कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया। पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। ये गति और प्रगति कम नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का संबंध पानी से भी है। बेतिया को पीने के साफ पानी के लिए जूझना ना पड़े, इसके लिए अमृत योजना के तहत तकरीबन 100 करोड़ रुपए की लागत से जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया है। इसका सीधा लाभ डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा।