फडणवीस ने माना इंदिरा का लोहा, बोले- आपातकाल की वजह से उनके योगदान को भुला नहीं सकते
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुम्बई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री रहीं स्व. इंदिरा गांधी को याद किया और उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। फडणवीस यहां विधान परिषद में इंदिरा गांधी की जन्मशती पर उनकी प्रशंसा करने वाले एक प्रस्ताव को पेश करने के बाद अपनी बात रख रहे थे।
हालांकि फडणवीस ने इंदिरा गांधी की सरकार की ओर से लगाये गए आपातकाल के दौरान अपने पिता की गिरफ्तारी को भी याद किया। अपने संबोधन के दौरान फडणवीस ने कहा कि हम इंदिरा गांधी की विचारधारा को पूरी तरह से स्वीकार नहीं करते हैं। खास तौर पर मैं आपातकाल का विरोध करता हूं जिस दौरान मेरे पिता व जनसंघ नेता गंगाधर फडणवीस और मेरी बुआ को 19 महीने जेल में गुजारने पड़े। पूरा राष्ट्र इससे पीड़ित था।
फडणवीस ने कहा कि मुझ पूरा विश्वास है कि खुद इंदिरा गांधी भी इस फैसले से दुखी हुई होंगी। फडणवीस ने कहा कि देश के लिए इंदिरा गांधी के व्यापक योगदान को आपातकाल की वजह से अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक करिश्माई नेता थीं। उनकी ही वजह से बांग्लादेश आजाद हो सका और वही थीं जिन्होंने हमारे देश को पाकिस्तान से सुरक्षित रखा।
फडणवीस का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ताधारी भाजपा के तमाम नेता और मंत्री कांग्रेस की पूर्व सरकारों और उनके नेताओं की आलोचना कर रहें हैं। सदन में भी भाजपा की ओर से देश में आपातकाल लगाने के लिए इंदिरा गांधी की सार्वजनिक तौर पर आलोचना की जा चुकी है।